
- दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को हुई तेज बारिश ने गर्मी से राहत दी है, लेकिन जलभराव और ट्रैफिक जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं.
- हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं हुईं, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
- हिमाचल में जून के अंत से अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 91 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं.
दिल्ली-NCR में बुधवार को हुई तेज बारिश ने तपती गर्मी से बड़ी राहत दिलाई है. जहां मैदानी इलाके के लोगों को भीषण गर्मी और उमस बड़ी राहत मिली है, वहीं इसी बारिश ने पहाड़ी राज्यों में तबाही मचा दी है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हालात बेहद चिंताजनक हो चुके हैं. दोनों राज्यों में कहीं जगहों पर भूस्खलन ने रास्ते बंद कर दिए हैं, तो कहीं बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. खासकर हिमाचल में कुदरत का कहर इस कदर टूटा है कि हालात बद से बदतर हो गए हैं — घर ढह गए, सड़कें बह गईं और लोग बेघर हो गए.

दिल्ली के मौसम का क्या हाल
अभी आने वाले अगले सात दिनों तक देश की राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर में बादल ऐसे ही छाए रहेंगे और मध्यम से भारी बारिश के साथ गरज के भी आसार हैं. इस महीन कमें 11 जुलाई से लेकर 16 जुलाई तक तापमान 30°C से 35°C के बीच रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 25°C से 29°C तक रहने की संभावना जताई गई है. इस दौरान बारिश और गरज के चलते मौसम ऐसा ही सुहाना बना रहेगा, लेकिन साथ ही जलभराव और ट्रैफिक जैसी समस्याएं भी सामने आ सकती हैं. दिल्ली में मॉनसून दस्तक दे चुका है.

हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट
हिमाचल में 11 से 16 जुलाई तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है. राज्य में अधिकांश स्थानों, जिसमें कसोल, जुब्बल, मनाली, शिमला, सुजानपुर टीरा, गुलेर, कसौली, सोलन पर हल्की से मध्यम बारिश और कई स्थानों जैसे धौलाकुंओं, बिलासपुर में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई. 11, 13, 14 और 15 जुलाई को राज्य के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है, जबकि 12 को प्रदेश के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. 16 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है. आज कांगड़ा, सिरमौर जिला के कुछ स्थानों पर भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है, जबकि 11 से 16 जुलाई तक कई भागों के लिए येलो अलर्ट है.

हिमाचल में बारिश का कहर
हिमाचल में भारी बारिश के कारण 20 के करीब बादल फटने की घटना में अब तक 91 लोगों की मौत हुई हैं जबकि 34 लोग लापता हैं, वहीं130 लोग घायल है. उधर 1 नेशनल हाईवे सहित 207 सड़के बन्द है. जबकि 132 बिजली के ट्रांसफार्मर ठप है और 840 के करीब पानी की परियोजनाए बन्द पड़ी है. इसी के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, हिमाचल पुलिस लापता लोगों को ढूंढ़ने में लगी है.

उत्तराखंड में भी भारी बारिश जारी
देहरादून में भारी बारिश के दौरान एक उफनती नदी में एक व्यक्ति डूब गया जबकि उत्तराखंड के विभन्न क्षेत्रों में रूक-रूक कर बारिश जारी रही. पिछले 24 घंटे के दौरान देहरादून समेत राज्य के कई स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गयी. बारिश के कारण गंगा, यमुना तथा उनकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. एसईओसी के अनुसार भूस्खलन के कारण राज्यभर में 179 छोटी-बड़ी सड़कों पर आवागमन अवरुद्ध है तथा इन सड़कों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है. मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर बृहस्पतिवार को देहरादून जिले में 12वीं तक के स्कूल बंद रहे .
उत्तरकाशी जिले के ओजरी में 29 जून को आयी आपदा के बाद से ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवरूद्ध यातायात बृहस्पतिवार को 11 दिन बाद बहाल हो गया. लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता धीरज गुप्ता ने बताया कि ओजरी में बेली ब्रिज बन कर तैयार हो गया है और उस पर वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि सबसे पहले यमुनोत्री की ओर फंसे वाहनों को निकाला गया.
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