"पीएम मोदी के लिए स्पेशल टेबल चाहिए", फ्रॉड के लिए आए मेल की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस 

विवेक कुमार के नाम से एक मेल कुनाल मर्चेंट नाम के शख्स के पास गया था, जिसमें वो खुद को पीएम मोदी का प्राइवेट सेकेट्री बताकर पीएम के लिए पर्सनल टेबल बनाने का आर्डर दे रहा था.

Delhi Police ने मामले की जांच शुरू की (प्रतीकात्मक)

नई दिल्ली:

साइबर ठग आर्थिक धोखाधड़ी के लिए नित नए तरीके अपनाते हैं और गाहे-बगाहे ही पकड़े जाते हैं. ऐसा ही एक वाकया दिल्ली में सामने आया है, जिसमें एक शख्स को एक मेल आया, जिसमें दावा किया गया कि ये संदेश पीएमओ की ओर से है और इसके जरिये पीएम मोदी के लिए स्पेशल टेबल बनाने का ऑर्डर दिया गया. हालांकि मेल प्राप्तकर्ता सूझबूझ से बड़ी धोखाधड़ी की चपेट में आने से बच गया. दरअसल, विवेक कुमार प्राइवेट सेकेट्री टू पीएम मोदी के नाम से कुनाल मर्चेंट नाम के एक शख्स को मेल गया. इसमें उसे पीएम मोदी के लिए टेबल बनाने का आर्डर दिया गया और कहा गया ये टेबल मोदी पीएम दफ्तर में इस्तेमाल करेंगे. ये एक फर्जी शख्स था, जिसने पीएम मोदी के दफ्तर के नाम से मेल करके फ़्रॉड करना चाहा.

We have received a complaint regarding forgery, impersonation and identity fraud of an office bearer at the Prime Minister's Office. Matter is under investigation.@PMOIndia@HMOIndiapic.twitter.com/1r1mhPCvoX

दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि शिकायत मिली है और इस तरह का फ़्रॉड करने वाले शख्स के केस मे जांच की जा रही है. खुद को पीएम मोदी का प्राइवेट सेकेट्री बताकर धोखाधड़ी करने की कोशिश करने वाले केस की जांच जल्द दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ (IFSO) यूनिट करेगी. जल्द केस आईएफएसओ यूनिट यानी साइबर सेल को सौपा जाएगा. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना का कहना है सोशल मीडिया पर खुद को पीएम दफ्तर का बताकर मेल करने वाले शख्स की जल्द पहचान की जाएगी.

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कमिशनर ने खुद ट्वीट करके जानकारी दी ताकि इस तरह से पीएम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले से जनता आगाह रहे. विवेक कुमार के नाम से एक मेल कुनाल मर्चेंट नाम के शख्स के पास गया था, जिसमें वो खुद को पीएम मोदी का प्राइवेट सेकेट्री बताकर पीएम के लिए परसनल टेबल बनाने का आर्डर दे रहा था और कह रहा था इसे पीएम दफ्तर मे इस्तेमाल करेंगे. इस शख्स ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी अब इस केस की जांच जल्द इफसो यूनिट यानी साइबर सेल करेगी.