मयूर शाह पेशे से बैंकर और शौक से प्रकृति प्रेमी हैं. पीएम मोदी ने 'मन की बात' में उनका नाम लिया था.
गुरुग्राम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) द्वारा रविवार को 'मन की बात' (Mann Ki Baat) में नाम लिए जाने से मयूर शाह (Mayur Shah) गदगद हैं. मयूर पेशे से बैंकर और शौक से प्रकृति प्रेमी हैं. पीएम मोदी ने रविवार को अपने मासिक कार्यक्रम में गुरुग्राम निवासी शाह के नाम का उल्लेख किया था, जिन्होंने काजीरंगा में "जलपक्षी" की संख्या में वृद्धि के लिए असम के लोगों के प्रयासों को उजागर करने का अनुरोध पीएम से किया था.
यह ऐसा पक्षी होता है जिसके घोसले पेड़ों पर नहीं बल्कि पानी में होता है. मयूर शाह, जो पक्षी प्रेमी हैं और पक्षियों पर नजर रखते हैं, ने असम के निवासियों और विशेष रूप से काजीरंगा के लोगों की सराहना करने की इच्छा के साथ प्रधान मंत्री मोदी को लिखा था.
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उन्होंने कहा, मैंने प्रधान मंत्री से अपने मंच का उपयोग करने और काजीरंगा में जल संरक्षण के प्रयासों के लिए असम के लोगों को बधाई देने का अनुरोध किया था, जिससे वहां जलपक्षियों की संख्या में वृद्धि हुई है. इससे प्रवासी पक्षियों की संख्या भी बढ़ी है. मैं अवाक था जब पीएम मोदी ने मन की बात में मेरे अनुरोध का रेखांकित किया." शाह ने कहा कि वह मन की बात, जो भारत से बाहर भी "भारतीय समुदाय" को विश्व स्तर पर जोड़ता है, में अपनी पहुंच से हैरान थे.
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शाह ने कहा, "जब उन्होंने जल संरक्षण के बारे में बात की, तो उन्होंने केवल मनुष्यों के लिए ही नहीं, बल्कि प्रवासी पक्षियों के लिए भी बात की. यह असम के लोगों के लिए बड़ी श्रद्धा का बात थी. प्रकृति प्रेमी खुश हैं कि पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इसका उल्लेख किया.