सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने फिर दोहराया, कानून वापस होने तक शांतिपूर्ण आंदोलन करते रहेंगे, 7 बड़ी बातें

Farmers Protest: गणतंत्र दिवस पर किसान संगठनों की ओर से निकाली गई ट्रैक्‍टर रैली ने मंगलवार को झड़प का रूप ले लिया था. इसमें 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. सिंघु बॉर्डर पर आज किसान नेता इकट्ठे हुए और उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए शांति से आंदोलन करते रहने की बात कही.

सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं ने फिर दोहराया, कानून वापस होने तक शांतिपूर्ण आंदोलन करते रहेंगे, 7 बड़ी बातें

Kisan Rally: मंच से किसानों को संबोधित करते किसान नेता

Farmers Protest: गणतंत्र दिवस पर किसान संगठनों की ओर से निकाली गई ट्रैक्‍टर रैली ने मंगलवार को झड़प का रूप ले लिया था. इसमें 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. सिंघु बॉर्डर पर आज किसान नेता इकट्ठे हुए और उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए शांति से आंदोलन करते रहने की बात कही.

लालकिले की घटना के बाद सिंघु बॉर्डर पर इकट्ठे हुए किसान नेताओं ने किसानों को किया संबोधित

  1. किसान संगठन के सभी नेताओं ने मंच से किसानों को शांत रहने के लिए कहा. संगठनों ने कहा कि ये आंदोलन लंबा चलने वाला है. हिंसा करने वालों से हमारा कोई लेना-देना नहीं. दीप सिद्धू और कुछ लोगों ने शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम किया है. कुछ किसान नेताओं ने आंदोलन पर कालिख पोतने का काम किया है. दीप सिद्धू सरकार का आदमी है. इस साजिश को समझने की जरूरत है कि लालकिले तक ये लोग कैसे पहुंच गए. पुलिस ने उन्हें जाने क्यों दिया. 

  2. संयुक्त मोर्चा के किसान नेताओं ने कहा कि कुछ लोगों ने पीछे से वार करने का काम किया है. जिन्होंने मंगलवार को लालकिले में गलत चीजें, ये सही नहीं है. उन्होंने 60 दिन के आंदोलन को बदनाम किया है.  लालकिले में जिन लोगों ने झंडा फहराया वे गद्दार हैं. हमारा आंदोलन तब तक चलेगा जब तक तीनों कानून रद्द नहीं हो जाते.

  3. 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर सिंघु बॉर्डर पर किसानों से बातचीत की गयी, जहां किसानों ने लालकिले पर तिरंगे की जगह सिख समाज का झंडा लगाना गलत ठहराया है. इससे किसान आंदोलन को ठेस पहुंची है.  हिंसा गलत है. 

  4. एक सिख किसान ने झंडे को फहराना गलत बताया, तोड़फोड़ और पुलिस के साथ मारपीट होना बेहद शर्मनाक बताया है. वहीं एक अन्य किसान ने भी कहा कि गलत एक्शन होने से गलत रिजल्ट निकलते हैं.

  5. गौरतलब है कि 26 जनवरी की परेड में शामिल होने के ऐलान के बाद कुंडली बॉर्डर से लेकर बहालगढ़ तक एन एच 44 पर दोनों साइड ट्रैक्टरों के कारण  जाम हो गया था,अब 25 किलोमीटर के दायरे में 10 किलोमीटर का दायरे पर ट्रैक्टरों की भीड़ कम हो गयी है. केएमपी पर खड़े होकर देखने पर जहां दूर दूर तक ट्रैक्टर नजर आ रहे थे, देर रात से ही अब वह काफिला छंटना शुरू हो गया. टेंट हटा दिए गए हैं, केएमपी औऱ केजीपी पर से भी ट्रैक्टर हटा दिए गए हैं.

  6. बता दें कि किसान परेड के दौरान हिंसा, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और लालकिला की प्राचीर पर प्रदर्शनकारियों द्वारा दूसरा झंडा फ़हराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोबड़े को पत्र लिखकर स्वत: संज्ञान लेने की मांग की है.  विनीत जिंदल ने पत्र में लिखा कि लालकिला की प्राचीर पर प्रदर्शनकारियों द्वारा दूसरा झंडा लगाना राष्ट्रीय झंडे का अपमान है. पत्र में मांग की गई है कि दूसरा झंडा फ़हराने, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले प्रदर्शकारियों पर कार्रवाई की जाए.

  7. दिल्ली पुलिस इस मामले में साज़िश को लेकर भी एफआईआर दर्ज करेगी. हिंसा के पीछे जो लोग हैं उनका पता लगाया जाएगा. क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल को सौंपी जाएगी जांच.