Exclusive: NDTV से बोले राम माधव- हमारे पास खुद किंग है तो फिर किंगमेकर की जरूरत क्यों?

लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच बीजेपी के महासचिव राम माधव ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. एनडीटीवी को दिये इंटरव्यू में राम माधव ने कहा कि पूरे देश में मोदी लहर है और हम फिर से जीतने जा रहे हैं.

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की सरगर्मियों के बीच बीजेपी के महासचिव राम माधव ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. एनडीटीवी (NDTV) को दिये इंटरव्यू में राम माधव ने एक बार फिर से जीत का भरोसा जताया और पूर्ण बहुमत मिलने की बात कही. एनडीटीवी के पोलिटिकल एडिटर अखिलेश शर्मा से खास बातचीत में राम माधव (Ram Madhav) ने राम मंदिर से लेकर जम्मू-कश्मीर, राजीव गांधी पर पीएम मोदी के बयान से लेकर ब्लूमबर्ग के इंटरव्यू तक हर मुद्दे पर अपनी बात कही. उन्होंने इस इंटरव्यू में साफ कहा कि इस बार भी चुनाव उनकी पार्टी पीएम मोदी की छवि पर ही लड़ रही है. फेडरल फ्रंट की कवायदों को लेकर राम माधव ने केसीआर और चंद्रबाबू नायडू पर हमला बोला और तंज कसते हुए कहा कि हमारे पास जब खुद किंग है तो फिर हमें किंग मेकर की जरूरत क्यों पड़ेगी. तो चलिए जानते हैं कि एनडीटीवी से एक्स्लूसिव बातचीत में किन -किन मुद्दों पर राम माधव ने बातचीत की है. 

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लोकसभा चुनाव में किस तरह की तस्वीर बनती हुई देख रहे हैं?
आप भी देख रहे हैं कि किस तरह से मोदी जी के पक्ष में माहौल बना हुआ है. हम तो पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि मोदी जी ने वेब क्रिएट किया है. मुझे पूरा विश्वास है कि हम पूर्ण बहुमत लेकर सरकार बनाने में सक्षम रहेंगे. बीजेपी को अच्छी सीटें मिलीं थीं, मगर फिर पिछली सरकार भी हमने एनडीए के साथ मिलकर बनाई थी, इस बार भी एनडीए के साथ ही मिलकर सरकार बनाएंगे. हालांकि बीजेपी अच्छे बहुमत से जीतेगी. 

ब्लूमबर्ग के इंटरव्यू पर आपके सहयोगी खुश हैं?
चुनाव का मौसम है. इसलिए हेडलाइन बनाने के लिए मेरी बातों को तोड़ा गया. सभी नहीं करते मगर कुछ लोगों को लगता है कि ऐसा करने से कुछ हेडलाइन बन सकता है. ब्लूमबर्ग के इंटरव्यू में मैंने स्पष्ट हा कि हमें बहूमत मिलेगा. दिल्ली के जो लिबरल और सिकुलर गैंग हैं, उनकी खुशी देखकर हमें हंसी आ रही है. सरकार हमारी बन रही है और वो इसी बात से खुश हैं कि कोई तो कह रहा है कि थोड़ी सीटें कम आएंगी बीजेपी को. एक बहुत अच्छा माहौल मोदी जी के पक्ष में है और इसका पूरा फायदा बीजेपी को मिलेगा. और अगर आज कोई विपक्ष खुश हो रहा है तो इसकी वजह मोदी जी ही हैं. 

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क्या बीजेपी में कोई 160 क्लब है?
2014 के भीतर कोई 160 क्लब नहीं था. यह चुनाव मोदी जी के नेतृत्व में लड़ने वाला चुनाव है. हमारी जीत भी मोदी जी के नेतृत्व में ही होगा. हमारी पार्टी में और कोई क्लब नहीं है. उस वक्त भी नहीं था और आज भी नहीं. 

नॉर्थ ईस्ट की ज्यादा सीटें जीतेंगे?
जहां हमारी जितनी सीटें हैं, हम उसे वैसी ही रखने की कोशिश करेंगे. 2014 में भी लोग कहते थे कि बीजेपी को बहुमत कहां से आएगा, मगर जनता ने जवाब दे दिया. इस बार भी वही होगा. ईस्ट इंडिया विशेषकर बंगाल और ओडिशा में जिस तरह से मोदी जी को समर्थन मिला है, उससे साफ कह सकता हूं कि ये दोनों राज्यों में हमें फायदा होगा. नॉर्थ ईस्ट की 25 सीटों में से हम 18 सीटें जरूर जीतेंगे. 

नागरिकता बिल का क्या कोई असर नहीं होगा?
हमने लोगों की आशकाओं को दूर करने की कोशिश की. इसी का परिणाम था कि जो दल हमारे खिलाफ थे, वे साथ आकर चुनाव लड़े. 

बंगाल में बीजेपी ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही है?
पश्चिम बंगाल में हम क्या करे, सत्ताधारी पार्टी क्या करे, यह अलग बात है. बंगाल में आज ममता का तानाशाही राज चलता है. लोकतांत्रिक और विकास केंद्रीत बीजेपी और ममता के तानाशाही राज के बीच में ध्रुवीकरण है. 

बीजेडी से आगे सहयोग मिलेगा?
प्रधानमंत्री किसी राज्य के, दल विशेष के नहीं होते, पूरे देश के होते हैं. ओडिशा में प्राकृतिक आपदा आई थी, केंद्र को जो राज्य सरकार को मदद करनी थी, उसे लेकर पीएम मोदी गए थे. इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए. मगर दुर्भाग्य देखिये बंगाल की मुख्यमंत्री को इसमें भी वोट की राजनीति दिखती है. जहां तक मोदी जी का प्रश्न है, उनका जो दायित्व है, उसे निभाने की कोशिश की. 

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हमारे पास किंग है तो किंग मेकर की जरूरत क्यों?
इस देश में विपक्षी पार्टियों द्वारा फेडरल फ्रंट की कवायद पर राम माधव ने कहा कि इस देश में किंग मेकर का सपना देखने वाले तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जैसे कुछ लोग हैं. ऐसे लोगों से मैं कहना चाहता हूं कि हमारे पास किंग है तो फिर हमें किंग मेकर की जरूरत क्यों पड़ेगी. हमें सरकार बनाने की किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी. हम सरकार अपने दमखम पर बनाएंगे. हमें और किसी दल की जरूरत नहीं होगी. सरकार बनने के बाद हम सबको साथ लेकर चलेंगे. 

जम्मू-कश्मीर के हालात पर राम माधव
इस लोकसभा चुनाव में भी हम जम्मू-कश्मीर में 2014 का प्रदर्शन दोहराएंगे. जो 2014 में हमारे पास 3 सीटें थीं और उसे फिर जीतेंगे. घाटी में इस बार वोटिंग का परसेंटेज पिछली बार से ज्यादा है. श्रीनगर और बारामुला में वोट फिसदी बढ़ा है. न ही कहीं पर हिंसा की खबरें आईं और न ही आतंकवादी घटना की. शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव संपन्न हुए. 

पीडीपी के साथ जाना क्या गलती थी?
देखिए 1967 में संयुक्त विधायक दल के सरकार में गए थे, मगर एक साल बाद लगा कि हमने गलती की और अलग हो गए. 1977 जनसंघ को जनता पार्टी के साथ मर्ज कर दिया, 1980 में में ध्यान आया कि काम नहीं चल रहा है तो भारतीय जनता पार्टी दोबारा हमने शुरू कर दिया. एक ऐतिहासिक परिदृश्य में एक परिस्थिति उत्पन्न होती है, जिसमें ऐसे फैसले लिए जाते हैं. जैसा कि प्रधानमंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि एक मैंडेड इस प्रकार की थी, कि हमने कोशिश की इसका आदर हो. हमने मुफ्ती साहब के साथ गठबंधन किया था. दस महीने उनके साथ हमने सरकार चलाई. महबूबा जी के आने के बाद यह संभव नहीं हो पाया. हम खुद अलग हो गए. हमारा जो रोडमैप देश और राज्य के लिए आवश्यक था, इसलिए हम अलग हो गए. जम्मू-कश्मीर के हालात में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं. पिछले 10 महीने से तो राज्यपाल शासन है. फिर कुछ घटनाएं होती रहती हैं.  जम्मू-कश्मीर एक ऐतिहासिक समस्या हैं. मोदी जी की सरकार आने के बाद वहां के हालात बेहतर हुए हैं. परिस्थिति काफी सुधरी है. मोदी सरकार के हिम्मत के कारण जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगा, हुर्रियत पर प्रतिबंध लगा, यासिन मलिक जेल में बंद है. इलेक्शन इस बार शांति पूर्ण रहा, पहले ऐसा नहीं होता था. 

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जम्मू-कश्मीर में कभी भी चुनाव के लिए तैयार: राम माधव
चुनाव आयोग के माध्यम से जो हमें पता चला है कि सिक्योरिटी के प्रबंधन की जो जरूरत होती है, वह कम है. जैसे ही यह पूरी हो, हमारी पार्टी चाहती है कि जल्द से जल्द चुनाव हो. जब भी चुनाव आयोग चाहे इलेक्शन करा ले, हम तैयार हैं. हम नवंबर-दिसंबर में भी तैयार है. 

बीजेपी के मैनिफेस्टो 35 ए हटाने की बात
35 ए पर हमारा स्टैंड स्पष्ट है. इस पर सुप्रीम कोर्ट जो भी निर्णय करेगा, हम उसका स्वागत करेंगे. हमें उम्मीद है कि कोर्ट इसे हटा देगा. 370 पर भी हमारा स्टैंड स्पष्ट है. आज से नहीं, बल्कि जनसंघ के समय से ही. देश के अंदर कश्मीर के लोगों का इमोशनल इंटिग्रेशन के लिए बहुत बड़ी बाथा 370 है. इसे हटना चाहिए. 

भविष्य में बीजेपी पीडीपी के साथ जाएगी?
देखो भाई, हम राज्य के हित और देश के हित के खिलाफ किसी प्रकार का कदम नहीं उठाएंगे. आज साथ जाने की बात तो छोड़िए, पीडीपी हमारे साथ उठने की स्थिति में भी नहीं है. मैं मानता हूं कि पीडीपी का दोगला चेहरा राज्य की जनता देख चुकी है. दिल्ली में आकर एक बात कहना. जब हमारे साथ महबूबा जी साथ में थी, जितने भी आतंकियों को मारा गया, उसमें तो मेन कुर्सी पर तो महबूबा जी बैठी थी. मगर अब इससे अलग बात कहती हैं. 

राम मंदिर पर बीजेपी ने क्या किया?
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट ने तीन सदस्यी समिति बनाई है. उन्होंने कोर्ट में अपनी रिपोर्ट सौंपी है, सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस पर सुनवाई करेगा. जहां तक सरकार के हाथ में काम का सवाल है, एक अधिकृत जमीन है, उसे राज्य सरकार को वापस देने के लिए हम सुप्रीम कोर्ट गए हुए हैं. सरकार के सामने जो हाथ में विषय है, हमने किया है. सुप्रीम कोर्ट जिस दिन अनुमति दे देगा, उस दिन से मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा. मंदिर निर्माण हो, इसके लिए बीजेपी हमेशा प्रतिबद्ध है. 

प्रज्ञा ठाकुर पर आपका क्या स्टैंड है?
प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर राम माधव ने कहा कि चुनाव आयोग की नियमावली में कोई नियम नहीं है कि आरोप के आधार किसी को चुनाव लड़ने से रोका जाए. उनके खिलाफ जो केस है, वह एक फर्जी केस हैं. हिंदू आतंकवाद के नाम पर प्रज्ञा को फंसाया गया है. भारत में बहुत आतंकवादी घटनाएं होती थीं यूपीएम में, इसलिए इसे काउंटर करने के लिए हिंदू आतंकवाद शब्द गढ़ा गया. राज्य की यूनिट ने यह फैसला लिया कि जो व्यक्ति हिंदू टेरर नाम का एक गलत चीज का प्रचार किया, उस दिग्विजय सिंह के खिलाफ इसके सबसे बड़े विक्टिम को खड़ा किया जाए. अगर इसमें नैतिक प्रश्न दिखता है तो उसे जनता पर छोड़ दे. हिंदू टेरर टर्म एक गढ़ा गया षडयंत्र था. उस केस में कोई आधार नहीं था. प्रज्ञा ठाकुर को फंसाया गया. जनता इस मामले पर सही निर्णय लेगी. 

पीएम मोदी के भाषण में वादे पीछे छूट जाते हैं?
राम माधव ने कहा कि पीएम मोदी 40 मिनट के भाषण नें पांच मिनट में देश की सुरक्षा आदि की बात करते हैं, बाकि के समय में वो सिर्फ विकास की बात करते हैं और अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हैं. पहले यूपीए सरकार जाती थी क्या? मगर हम रिपोर्ट कार्ड लेकर जाते हैं. हर सरकार अपनी उपलब्धि बताती है. हमने देश को सुरक्षित किया है, इसलिए वोट दो. हमने जो देश की सुरक्षा के लिए किया है, उसके नाम पर हम वोट मांग रहे हैं. चुनाव आयोग ने पीएम मोदी के भाषण कुछ नहीं पाया, इसलिए क्लीनचिट मिली. हमारा मेन मुद्दा पांच साल का रिपोर्ट कार्ड और मोदी जी की छवि को ही जनता के सामने है. 

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राजीव गांधी को लेकर पीएम मोदी क्या सही है?
राजीव गांधी के ऊपर पीएम मोदी के बयान पर राम माधव ने कहा कि झूठे टेरर जैसी चीज को कांग्रेस घर-घर जाकर प्रचार कर सकती है तो क्या हम बोफोर्स जैसे घोटाले की बात का हम प्रचार नहीं कर सकते? क्योंकि इसमें करप्शन की बात हुई है. इलेक्शन में जब भी हम कांग्रेस के घोटालों की बात करते हैं तो हम बिना बोफोर्स का जिक्र किए ऐसा कैसे कर सकते हैं. बोफोर्स एक धब्बा है. कांग्रेस के पूरे इतिहास में सिर्फ और सिर्फ घोटाला ही है. 23 मई के बाद राम माधव कहां रहेंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं पार्टी में हूं और पार्टी में ही रहूंगा.