
हॉलीवुड के मशहूर फिल्मकार मार्टिन स्कॉर्सेसी (Martin Scorsese) ने अपने किशोरावस्था के दिनों से जुड़ा एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. ऑस्कर विजेता निर्देशक ने बताया कि एक समय वह पादरी (Priest) बनना चाहते थे, लेकिन “खराब व्यवहार” के चलते उन्हें सेमिनरी से निकाल दिया गया. यह खुलासा उन्होंने रेबेका मिलर की नई Apple TV+ डॉक्यूसीरीज ‘Mr. Scorsese' में किया है, जिसका प्रीमियर हाल ही में न्यूयॉर्क फिल्म फेस्टिवल में हुआ. अब इसे जल्द ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देखा जा सकेगा.
मार्टिन स्कॉर्सेसी ने बताया कि जब वह सात साल के थे, तब उन्होंने सेंट पैट्रिक कैथेड्रल में कैथोलिक मास में भाग लिया था, जिसने उन पर गहरा प्रभाव डाला. उसी अनुभव ने उन्हें धर्म के अध्ययन की दिशा में प्रेरित किया और उन्होंने एक प्रिपरेटरी सेमिनरी में दाखिला लिया. उन्होंने कहा, “शुरुआत में सब ठीक चला, लेकिन फिर कुछ बदल गया. यह शुरुआती रॉक एंड रोल का दौर था और पुरानी दुनिया खत्म हो रही थी. मुझे एहसास हुआ कि जिंदगी इससे कहीं ज्यादा जटिल है. मैं आकर्षण और भावनाओं को महसूस करने लगा, और समझ गया कि खुद को पूरी तरह से दुनिया से अलग नहीं किया जा सकता.”
हालांकि मार्टिन स्कॉर्सेसी ने बताया कि पादरी बनने का विचार दूसरों की सेवा करने की भावना से जुड़ा था, लेकिन उन्हें महसूस हुआ कि यह उनका सच्चा रास्ता नहीं है. उन्होंने कहा, “पादरी बनने का विचार दूसरों के लिए खुद को समर्पित करने का होता है. लेकिन मैंने महसूस किया कि मैं इसके लिए नहीं बना हूं. मैंने रहने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मेरे पिता को बुलाया और कहा, ‘उसे यहां से ले जाओ,' क्योंकि मेरा व्यवहार ठीक नहीं था.”
‘Mr. Scorsese' एक पांच-भाग की डॉक्यूमेंट्री सीरीज है जो निर्देशक के जीवन, करियर और सिनेमा के प्रति उनके जुनून को करीब से दिखाती है. इसमें लियोनार्डो डिकैप्रियो, रॉबर्ट डी नीरो, डेनियल डे-लुईस, मिक जैगर, स्टीवन स्पीलबर्ग, शैरन स्टोन, जोडी फोस्टर और मार्गोट रॉबी जैसे सितारों के इंटरव्यू शामिल हैं. यह सीरीज़ 17 अक्टूबर से Apple TV+ पर स्ट्रीम होगी.
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