जीका ( zika virus India) विषाणु जनित रोग दुनिया भर के 86 देशों में दर्ज किया गया है. भारत में जनवरी और फरवरी 2017 में पहली बार इसके प्रसार की पुष्टि अहमदाबाद में हुई थी. इसके बाद तमिलनाडु में भी इसकी पुष्टि हुई थी.
क्या है जीका वायरस - What is the Zika Virus in Hindi
डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की तरह ही जीका एक बड़ी जन-स्वास्थ्य समस्या है. जीका वायरस से संक्रमित कई लोग खुद को बीमार महसूस नहीं करते. अगर मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता है, जिसके खून में वायरस मौजूद हैं, तो यह किसी अन्य व्यक्ति को काटकर वायरस फैला सकता है.
कैसे फैलता है जीका वायरस - How Zika Spreads in Hindi
जीका वायरस एक तरह के एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. यह मच्छर दिन में सक्रिय होते हैं. खासतौर पर ये मच्छर दिन के दौरान, सुबह बहुत जल्दी और सूर्यास्त से कुछ घंटे पहले काटते हैं. वायरस संक्रमित महिला के गर्भ में फैल सकता है और शिशुओं में माइक्रोसिफेली और अन्य गंभीर मस्तिष्क रोगों का कारण बन सकता है. वयस्कों में यह गुलैन-बैरे सिंड्रोम का कारण बन सकता है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली नसों पर हमला करती है, जिससे कई जटिलताओं की शुरुआत होती है. मच्छरों के अलावा असुरक्षित शारीरिक संबंध और संक्रमित खून से भी जीका बुखार या वायरस फैलता है.
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क्या जीका के लिए कोई दवा है - Zika Virus Infection Treatment in Hindi
यह बुरी खबर है कि अब तक जीका वायरस से निपटने के लिए कोई दवा या इंजेक्शन तैयार नहीं हो पाया है. पहली बार 1947 में जीका वायरस की का मामला पहचाना गया था. बीते साल ब्राजील में जीका ने खूब तबाही की थी. यहा तकरीबन डेढ़ लाख लोग इस वायरस से प्रभावित हो गए थे.
क्या हैं जीका वायरस के लक्षण - Zika Virus Causes, Symptoms in Hindi
जीका वायरस के लक्षणों को पहचान पाना मुश्किल है. तकरीबन संक्रमण से ग्रस्त हर 5 में से 1 ही व्यक्ति के लक्षणों की पहचान हो पाती है. लक्षणों में कुछ ये लक्षण ये हैं-
- जोड़ों में दर्द
- लाल आंखें
- जी मिचलाना या उल्टी आना
- बेचैनी महसूस होना
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जीका वायरस से बचने के लिए उपाय - Zika Virus Infection precaution in Hindi
जीका वायरस संक्रमण के लिए कोई टीका नहीं है. उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की यात्रा पर जाने वालों, विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं का मच्छरों से भलीभांति बचाव करना चाहिए.
- जब एडिस मच्छर सक्रिय होते हैं, उस समय घर के अंदर रहें. ये मच्छर दिन के दौरान, सुबह बहुत जल्दी और सूर्यास्त से कुछ घंटे पहले काटते हैं.
- घर में मच्छर न पनपने दें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
- जब आप बाहर जाएं तो जूते, मोजे, लंबी आस्तीन वाली शर्ट और फुलपैंट पहनें.
- यह सुनिश्चित करें कि मच्छरों को रोकने के लिए कमरे में स्क्रीन लगी हो.
- ऐसे बग-स्प्रे या क्रीम लगाकर बाहर निकलें, जिसमें डीट या पिकारिडिन नामक रसायन मौजूद हो.
(इनपुट - आईएएनएस )