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This Article is From Sep 19, 2014

एनसीपी ने दिया मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी का संकेत

एनसीपी ने दिया मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी का संकेत
फाइल फोटो
मुम्बई:

विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने पर राकांपा के मुख्यमंत्री पद पर दावा करने का संकेत देते पार्टी नेता एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि यदि 2004 के विधानसभा चुनाव की भांति राकांपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी तो अतीत की गलतियां नहीं दोहरायी जाएंगी।

राकांपा ने उस वर्ष चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में इस शीर्ष पद पर अपने दावों को छोड़ दिया था।

अजित पवार ने 15 अक्तूबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में 144 सीटों पर लड़ने की अपनी पार्टी की मांग को सही ठहराया। सत्तारूढ़ पार्टी में सीटों के बंटवारे पर अभी तक आम सहमति नहीं बनी है।

उन्होंने कहा, 'यह एक व्यावहारिक मांग है। पहले पिछले चुनाव नतीजे के आधार पर फार्मूला तैयार किए जाते थे। अतएव, नवीनतम लोकसभा चुनाव परिणाम के अनुसार हम समान सीटों पर साझेदारी के पात्र हैं। अबतक कांग्रेस राकांपा वार्ता में प्रगति नहीं हुई है।'

अजित ने कहा, 'कांग्रेस ने समान सीट की हमारी मांग खारिज कर दी है। हमें आशा है कि शरद पवार और सोनिया गांधी के हस्तक्षेप से गतिरोध दूर करने में मदद मिलेगी।' इस सवाल पर कि क्या वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी के निर्वाचित विधायक अपना नेता तय करेंगे।

उन्होंने कहा, 'पिछली गलतियों को नहीं दोहराया जाएगा और अगर राकांपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरती है तब उस गलती को नहीं दोहरायेगी जो 2004 के विधान सभा चुनाव में हुआ था।'

वर्ष 2004 में राकांपा 71 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन वह दो अतिरिक्त कैबिनेट और तीन राज्य मंत्रियों के बदले सहयोगी कांग्रेस को मुख्यमंत्री का पद देने पर राजी हो गई थी। उन्होंने कहा, 'राकांपा कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहती है, लेकिन अगर कुछ लोग अकेले जाना चाहते हैं तब हम भी तैयार हैं।'

अजित पवार ने कहा कि यदि राकांपा सरकार बना पाती है तो वह टोल को खत्म कर देगी और निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज होगी।

खरघर टोल प्लाजा के मुद्दे पर कांग्रेस विधायक प्रशांत ठाकुर के पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की ओर इशारा करते हुए राकांपा नेता ने इस बात पर अफसोस प्रकट किया कि प्रशांत जैसे युवा नेता इस मुद्दे पर इस्तीफा देते हैं।

बहरहाल, प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष मणिकराव ठाकरे ने राकांपा नेता सुनील तटकरे के उस बयान को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि राकांपा अभी सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस के प्रस्ताव का इंतजार कर रही है।

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