बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने गांधी परिवार के गढ़ अमेठी में ‘परिवारवाद’ की राजनीति पर सीधा हमला किया और कहा कि वह यहां बदला लेने नहीं, बल्कि इस पिछड़े क्षेत्र में बदलाव के लिए आए हैं।
बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उस दावे को खारिज कर दिया वह ‘आक्रोश की राजनीति’ करते हैं। इस सीट से मौजूदा सांसद राहुल गांधी एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं, तो आम आदमी पार्टी ने कुमार विश्वास को प्रत्याशी बनाया है। यहां सात अप्रैल को मतदान होना है।
मोदी ने कहा, 'मैं यहां बदला लेने नहीं आया हूं। मैं इस क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए आया हूं जिसकी गांधी परिवार ने 40 वर्ष तक प्रतिनिधित्व करने के बाद भी उपेक्षा की। आपने सिर्फ यहां परिवार के रिश्ते का हवाला दिया, लेकिन इस क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया।'
चुनाव प्रचार का समय पूरा होने से कुछ मिनट पहले अपना भाषण खत्म करते हुए मोदी ने कहा, 'मैं यहां राहुल गांधी को परेशान करने नहीं आया हूं। वह पहले से ही परेशान आत्मा हैं।' मोदी ने स्मृति को अपनी ‘छोटी बहन और प्रतिनिधि’ बताया और कहा, 'अब परिवार और क्षेत्र के बीच रिश्ते को खत्म करने का वक्त आ गया है। लोगों के साथ धोखा हुआ है।’
सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'आपने पाप किया है। 40 वर्ष तक आपने तीन पीढ़ियों को धोखा दिया, जिनकी जिंदगी बर्बाद हो गई और उनके सपने चकनाचूर हो गए।..मैं यहां आपके (लोगों के) सपनों को अपना बनाने और आपके दर्द को लेने आया हूं।' अमेठी में मोदी का प्रचार करना खासा अहम है क्योंकि यहां अक्सर कांग्रेस के विरोधी दलों के बड़े नेता प्रचार करने नहीं आते थे।
मोदी ने ‘राहुल भैया’ पर हमला बोलते हुए कहा कि आक्रोश की राजनीति ‘घमंडी’ कांग्रेस के यहां होती है। राहुल ने मोदी पर ‘आक्रोश की राजनीति’ करने का आरोप लगाया था।
इसी संदर्भ में मोदी ने कहा कि राजीव गांधी ने कांग्रेस महासचिव रहते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री टी अंजैया को हवाई अड्डे पर एक बार सार्वजनिक तौर पर ‘गाली दी’ ‘अपमानित किया’ था। अंजैया 1980 से 1982 के बीच मुख्यमंत्री थे। (पढ़ें - प्रियंका का मोदी पर जवाबी प्रहार)
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा 1998 में कांग्रेस के अध्यक्ष पद से सीताराम केसरी को हटाया गया क्योंकि ‘मैडम सोनिया गांधी’ उनसे नाराज थीं और पार्टी की कमान अपने हाथ में लेना चाहती थीं। मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के साथ हुए व्यवहार को लेकर कहा, 'जब उनका (राव) निधन हुआ तो उनके साथ बहादुर शाह जफर जैसा व्यवहार किया गया और दिल्ली में अंतिम संस्कार के लिए जमीन का एक टुकड़ा भी नहीं दिया गया।'
भाजपा नेता ने राहुल गांधी द्वारा केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूर अध्यादेश को ‘बकवास’ कहे जाने को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ‘अपमानित’ किया और इसको ही ‘आक्रोश’ कहते हैं।
इसके अलावा सोनिया पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा, 'मैं एक मां की चिंता समझ सकता हूं। पिछले 10 वर्षों से वह प्रयास कर रही हैं कि उनका बेटा अपने पैरों पर खड़ा हो जाए। परंतु उनका प्रयास नाकाम दिखाई देता है और वह चिंतित महसूस करती हैं।' हाल ही में सोनिया ने कहा था कि मोदी खुद को पहले ही प्रधानमंत्री मानकर चल रहे हैं। इस पर मोदी ने कहा, 'मैडम सोनिया जी, आपके मुंह में घी शक्कर।' उन्होंने कहा कि सोनिया और राहुल यह सोचकर असहज हो रहे हैं कि एक चायवाला ‘शासक’ को कैसे चुनौती दे सकता है।
अमेठी में विकास के अभाव का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों ने गांधी परिवार को 40 साल प्यार दिया, लेकिन उनके साथ धोखा हुआ। उन्होंने इस क्षेत्र के बालिका विद्यालयों में शौचाालयों की कमी को रेखांकित किया।
मोदी ने कहा, 'जब मैंने अपनी छोटी बहन स्मृति ईरानी को उत्तर प्रदेश भेजा तो मैंने उन्हें अमेठी भेजने के बारे में सोचा नहीं था। अमेठी बहुत पिछड़ा हुआ है। मैंने अमेठी को 60 महीने में पूरी तरह बदलने का फैसला किया है। दूसरे विश्वविद्यालयों के लोग यहां अध्ययन के लिए आएंगे।' मोदी ने आरोप लगाया कि सोनिया और राहुल ने देश में गरीबों को धोखा दिया और कभी नहीं सोचा कि गरीब का बेटा और चायवाला उन्हें चुनौती देगा।
उन्होंने कहा, 'क्या गरीब परिवार में पैदा होना अपराध है? क्या चाय बेचना अपराध है? उन्होंने मुझे अपराधी बना दिया है। परंतु मैं आपको भरोसा दिला सकता हूं कि अच्छे दिन आएंगे।'
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