तंग गलियां,तारों का जंजाल और इन सबके बीच गुज़रता किरण बेदी का काफ़िला। कृष्णा नगर के रानी गार्डन इलाके में ढोल-नगाड़ों के बीच किरण बेदी लोगों से मुखातिब हुईं।
इस इलाके में ज्यादातर मुस्लिम वोटर रहते हैं। कभी किसी को गले लगातीं, तो बच्चे को गोद में उठाकर पुचकारती किरण बेदी हर तरीके से वोटरों के दिलों तक उतरने की पुरज़ोर कोशिश कर रही हैं। बेदी को अंदाज़ा है कि पहली बार चुनावी मैदान में उतरने का अपना ही रिस्क है और वह भी तब, जब चुनाव दिल्ली के हों, जिस पर पूरे देश की नज़र है।
उन्हें पता है कि इस राह में कई मुश्किलें हैं, ऐसे में अल्पसंख्यकों की अनदेखी का आरोप अपने सिर नहीं लेना चाहती लिहाजा कोशिश ज़्यादा से ज़्यादा वोटरों को जोड़ने की है। स्थानीय लोग यहां सालों से गंदे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। गंदगी और शिकायत के बावजूद सफ़ाई कर्मचारियों के सरकारी रवैये से लोग ख़ासे परेशान हैं। ऊपर से यहां तारों का ऐसा जंजाल कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
यहां के निगम पार्षद बंसीलाल से भी लोगों को शिकायतें हैं, जो किरण बेदी के ख़िलाफ़ कांग्रेस के उम्मीदवार भी हैं। लोगों को उम्मीद है कि अब यहां आकर लोग सिर्फ़ चुनावी वादे न करें, बल्कि उनकी समस्याओं को ख़त्म भी करें।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं