लोकसभा चुनाव में मथुरा सीट से भाजपा प्रत्याशी हेमामालिनी के वोट काटने के इरादे से पांच करोड़ रुपयों के लालच में निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं दूसरी हेमामालिनी एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में अपने इरादों का खुलासा कर देने के चलते संकट में फंस गई हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी विशाल चौहान ने स्टिंग ऑपरेशन की जांच कराए जाने के बाद सदर थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। डिप्टी कलेक्टर अंजनि कुमार द्वारा की गई जांच में प्रारंभिक तौर पर यह पता चला है कि निर्दलीय हेमामालिनी ने पांच करोड़ रुपये के एवज में भाजपा प्रत्याशी के वोट काटने के लिए चुनाव मैदान में उतरने की बात स्वीकार की थी।
गौरतलब है कि मथुरा में लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की हेमा के विरुद्ध दो अन्य हेमामालिनी ने पर्चे दाखिल किए थे। बाद में एक निर्दलीय हेमा ने अपना नाम वापस ले लिया किंतु बलदेव क्षेत्र के नगला रामरूप निवासी रामकिशन की पत्नी हेमामालिनी चुनाव में खड़ी रहीं। उन्हें उनकी मांग पर गोभी का फूल चुनाव चिह्न आवंटित किया गया, जो भाजपा के चुनाव चिह्न कमल से मिलता-जुलता था।
संयोग से पहली ईवीएम में 16 प्रत्याशियों के नाम दर्ज होने के बाद उनका नाम दूसरी ईवीएम में चौथे नंबर पर रखा गया था। वह 20 उम्मीदवारों की सूची में अंतिम स्थान पर थीं जबकि भाजपा प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह राष्ट्रीय पंजीकृत पार्टी के चलते वरीयता क्रम में पहली मशीन में चौथे खाने पर था।
इससे पूर्व चुनाव प्रचार के दौरान एक राष्ट्रीय खबरिया चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन कर निर्दलीय प्रत्याशी हेमामालिनी के इरादों का खुलासा किया था। इस पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी विशाल चौहान ने जांच कराई, जिसमें वह आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन करने की दोषी पाई गई हैं।
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