हरियाणा में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के लिए पर्दे के पीछे जबर्दस्त लामबंदी चल रही है, हालांकि पार्टी हाइकमान ने अभी इस बारे में अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हरियाणा में मुख्यमंत्री पद पर स्थिति स्पष्ट करने के प्रयासों के तहत मंगलवार को राज्य के 47 विधायकों की बैठक बुलायी गई है।
इस बैठक की अध्यक्षता संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू और पार्टी उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा करेंगे, जिन्हें भाजपा संसदीय बोर्ड ने राज्य के मुख्यमंत्री पद पर निर्णय करने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और अंबाला से पार्टी विधायक अनिल विज ने आज कहा, 'भाजपा के दोनों वरिष्ठ नेता सभी नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में इनकी राय जानेंगे।'
विज ने कहा कि बैठक के दौरान विधायक पर्यवेक्षकों के समक्ष मुख्यमंत्री के बारे में अपनी राय व्यक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान करेगा। विज ने हालांकि कहा कि हरियाणा के नए मुख्यमंत्री कुछ कैबिनेट मंत्रियों के साथ 22 अक्तूबर को शपथ ले सकते हैं।
हरियाणा में भाजपा की ओर से सामने आकर किसी ने नेता पद पर अपना दावा नहीं किया है लेकिन जिन लोगों का नाम चर्चा में है, उनमें प्रदेश भाजपा प्रमुख रामबिलास शर्मा, आरएसएस के पूर्व प्रचारक एम एल खट्टर, पार्टी प्रवक्ता कैप्टन अभिमन्यू, पार्टी के किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनकर और विज शामिल हैं।
शर्मा ब्रह्मण समुदाय से आते हैं और भाजपा नेतृत्व के समक्ष उनकी अच्छी छवि है। वहीं खट्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का करीबी माना जाता है।
बहरहाल, ऐसी खबरें है कि भाजपा में केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, कृष्णपाल गुर्जर और राव इंद्रजीत के नाम पर भी चर्चा है।
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