Indian Students Deported: विदेश में पढ़ने का सपना हजारों भारतीय छात्र देखते हैं, हर साल सैकड़ों छात्र अपनी पढ़ाई के लिए अलग-अलग देशों में जाते हैं. हालांकि वीजा नियमों के फेर में फंसकर कुछ छात्रों को वापस लौटना पड़ता है. सरकार की तरफ से संसद में एक ऐसा ही डेटा शेयर किया गया है, जिसमें बताया गया है कि पिछले पांच साल में कितने भारतीय छात्रों को अलग-अलग देशों से डिपोर्ट किया गया. ये आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है.
कुल इतने छात्रों को भेजा गया वापस
विदेश मंत्रालय की तरफ से संसद में दिए गए एक जवाब में बताया गया कि पिछले पांच सालों में रूस से 82 भारतीय छात्रों और संयुक्त राज्य अमेरिका से 45 भारतीय छात्रों को डिपोर्ट किया गया है. कुल मिलाकर 453 छात्र पिछले पांच साल में दुनियाभर के देशों से डिपोर्ट कर भारत भेजे गए.
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क्या है डिपोर्ट होने का कारण?
सरकार की तरफ से इसे लेकर कोई खास या एक कारण नहीं बताया गया है. हालांकि इसके अलग-अलग कई कारण हो सकते हैं. औपचारिक वीजा नियमों का उल्लंघन इसका सबसे बड़ा कारण है. इसके अलावा फर्जी दस्तावेज और इनमें किसी तरह की कमी भी इसका कारण हो सकते हैं.
यानी छात्रों को भी विदेश में कानूनी जोखिमों का सामना करना पड़ता है. एक छोटी सी गलती से स्टूडेंट वीजा पर आए छात्रों को अपने देश डिपोर्ट कर दिया जाता है. इसीलिए अगर आप विदेश में पढ़ाई के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो पहले से ही तमाम नियम और कानून पढ़ लें, जिस देश जाना चाहते हैं, उसे लेकर हर छोटी जानकारी जुटा लें.
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