Pravasi Bhartiya Divas 2020: प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bhartiya Divas) हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है. प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार साल 2003 में मनाया गया था. जिसके बाद से यह हर साल मनाया जाने लगा. यह दिवस देश में कई जगहों पर मनाया जाता है. पिछले साल प्रवासी भारतीय दिवस वाराणसी में मनाया गया था. वहीं, साल 2018 में यह दिवस सिंगापुर में मनाया गया था. प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर हर साल भारत सरकार अमूमन तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन करती है. इस सम्मेलन में विदेश में रह रहे उन भारतीयों को आमंत्रित कर सम्मानित किया जाता है जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल कर भारत का नाम विश्व पटल पर गौरवान्वित किया हो.
9 जनवरी को क्यों मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bhartiya Divas)
महात्मा गांधी 9 जनवरी 1915 को दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापस लौटे थे. महात्मा गांधी को सबसे बड़ा प्रवासी माना जाता है जिन्होंने न सिर्फ भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया बल्कि भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया. यही कारण है कि हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है. प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की संकल्पना स्वर्गीय लक्ष्मीमल सिंघवी की थी.
प्रवासी भारतीय देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने में सबसे आगे
विश्व बैंक की 'माइग्रेशन एंड रेमिटेंस' रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासी भारतीय अपने देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने में सबसे आगे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासी भारतीयों ने साल 2018 में 79 बिलियन डॉलर की रकम भारत भेजी. इस मामले में चीन के प्रवासी दूसरे नंबर पर हैं और उन्होंने साल 2018 में 67 बिलियन डॉलर की रकम चीन भेजी थी.
प्रवासी भारतीय दिवस का उद्देश्य
- अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच, भावना की अभिव्यक्ति, देशवासियों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना.
- विश्व के सभी देशों में अप्रवासी भारतीयों का नेटवर्क बनाना.
- युवा पीढ़ी को अप्रवासियों से जोड़ना.
- विदेशों में रह रहे भारतीय श्रमजीवियों की कठिनाइयां जानना और उन्हें दूर करने की कोशिश करना.
- भारत के प्रति अनिवासियों को आकर्षित करना.
- निवेश के अवसर को बढ़ाना.
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