नई दिल्ली:
पेट्रोलियम एवं ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय (यूपीईएस) ने युवाओं के लिए दो नए ऑन-कैम्पस एवं ऑफ-कैम्पस अभियानों का ऐलान किया है. विद्यार्थियों को उद्यमिता में प्रोत्साहित करने के लिए यूपीईएस ने नई प्लेसमेंट पॉलिसी भी पेश की है. इस पॉलिसी के तहत यूपीईएस ग्रेजुएशन के बाद नौकरी ढूंढने में असफल रहे विद्यार्थियों को दो साल बाद भी प्लेसमेंट में सहयोग प्रदान करेगा.
अपनी एक अन्य पहल के तहत, यूपीईएस मार्च 2017 के अंत तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के तीन इलाकों- वेव सिल्वर टॉवर नोएडा सेक्टर-18, साउथ एक्स पार्ट-1 और कालू सराय- में एक्सपीरिएंस जोन भी खोलेगा, जिसके द्वारा युवाओं को सही पाठ्यक्रम के चुनाव का फैसला लेने में मदद की जाएगी.
यूपीईएस के काउंसलर इन केंद्रों में विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करने के अलावा उनकी समस्याआंे का भी समाधान करेंगे. विश्वविद्यालय जल्द ही दूसरे एवं तीसरे स्तर के शहरों में तथा उन विद्यार्थियों के लिए भी एक्सपीरिएंस जोन खोलेगा, जिनके पास पर्याप्त जानकारी एवं सही परामर्श उपलब्ध नहीं है.
मौजूदा उद्योग जगत की मांगों के अनुरूप पाठ्यक्रम सुनिश्चित करने के लिए यूपीईएस ने कई अग्रणी विश्वस्तरीय संगठनों जैसे आईबीएम, जेबिया आईटी आर्कीटेक्ट्स और एल एण्ड टी के साथ करार किया है.
इस नई पहल पर अपने विचार व्यक्त करते हुए यूपीईएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अध्यक्ष उत्पल घोष ने कहा, "नई प्लेसमेंट पॉलिसी के साथ हमारे विद्यार्थी अपने उद्यमिता के सपनों को साकार कर सकेंगे और प्लेसमेंट में सहयोग के लिए एक बार फिर अपनी मातृ संस्था का दरवाजा खटखटा सकेंगे."
उत्पल ने कहा, "यूपीईएस अपने परिसर में एक इनक्यूबेशन सेंटर भी चला रही है जो उन विद्यार्थियों को मदद करता है जो अपना खुद का काम शुरू करना चाहते हैं. हम विद्यार्थियों को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करते हैं क्योंकि उद्यमिता का कौशल कारोबार के लिए ही नहीं बल्कि नौकरी और रोजमर्रा की जिंदगी में भी जरूरी है."
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
अपनी एक अन्य पहल के तहत, यूपीईएस मार्च 2017 के अंत तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के तीन इलाकों- वेव सिल्वर टॉवर नोएडा सेक्टर-18, साउथ एक्स पार्ट-1 और कालू सराय- में एक्सपीरिएंस जोन भी खोलेगा, जिसके द्वारा युवाओं को सही पाठ्यक्रम के चुनाव का फैसला लेने में मदद की जाएगी.
यूपीईएस के काउंसलर इन केंद्रों में विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करने के अलावा उनकी समस्याआंे का भी समाधान करेंगे. विश्वविद्यालय जल्द ही दूसरे एवं तीसरे स्तर के शहरों में तथा उन विद्यार्थियों के लिए भी एक्सपीरिएंस जोन खोलेगा, जिनके पास पर्याप्त जानकारी एवं सही परामर्श उपलब्ध नहीं है.
मौजूदा उद्योग जगत की मांगों के अनुरूप पाठ्यक्रम सुनिश्चित करने के लिए यूपीईएस ने कई अग्रणी विश्वस्तरीय संगठनों जैसे आईबीएम, जेबिया आईटी आर्कीटेक्ट्स और एल एण्ड टी के साथ करार किया है.
इस नई पहल पर अपने विचार व्यक्त करते हुए यूपीईएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं अध्यक्ष उत्पल घोष ने कहा, "नई प्लेसमेंट पॉलिसी के साथ हमारे विद्यार्थी अपने उद्यमिता के सपनों को साकार कर सकेंगे और प्लेसमेंट में सहयोग के लिए एक बार फिर अपनी मातृ संस्था का दरवाजा खटखटा सकेंगे."
उत्पल ने कहा, "यूपीईएस अपने परिसर में एक इनक्यूबेशन सेंटर भी चला रही है जो उन विद्यार्थियों को मदद करता है जो अपना खुद का काम शुरू करना चाहते हैं. हम विद्यार्थियों को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करते हैं क्योंकि उद्यमिता का कौशल कारोबार के लिए ही नहीं बल्कि नौकरी और रोजमर्रा की जिंदगी में भी जरूरी है."
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इनपुट
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