कैसा हो अगर आप काम से घर लौटें और थकान की शिकायत करने के बजाए कहें कि आप बहुत ही रिफ्रेश फील कर रहे हैं... पूरे दिन ऑफिस में काम करने से होने वाली शारीरिक और मानसिक परेशानियां आपको हों ही न... जरा सोचिए कि करियर का कौन सा विकल्प आपको इतनी अच्छी सुविधा दे सकता है। इसका जवाब होगा- योग...
हो सकता है कि जवाब में योग सुनकर आपको थोड़ा अजीब लगा हो, कि योग तो कोई भी घर पर ही कर सकता है। लेकिन योग भी एक विज्ञान है, जिसे सीखने के लिए योग्य और प्रशिक्षित शिक्षक की जरूरत होती है। और योग शिक्षक बनने के लिए कई तरह के प्रशिक्षण लेने की जरूरत होती है। भारत में दसवीं या बारहवीं कक्षा के बाद भी योग से जुड़े कई सर्टिफिकेट कोर्स हैं। इसके अलावा योग में डिप्लोमा, बीएड और स्नातकोत्तर भी उपलब्ध है। इन पाठ्यक्रमों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक है।
क्या हैं स्कोप
योग शिक्षक बनने से पहले जरूरी है कि आपको योग की पूरी समझ और जानकारी हो। क्योंकि योग में आसनों को सही तरीके से करना जरूरी है। अगर आप एक भी योगासन गलत तरीके से करेंगे या कराएंगे तो वह किसी नई परेशानी को जन्म दे सकता है।
योग में करियर बनाने से अगर आप इसलिए कतरा रहे हैं कि इसमें स्कोप कम है, तो यह गए जमाने की बात हो गई। कई ऐसे योग शिक्षण संस्थान हैं, जहां योग शिक्षक के लिए भरपूर स्थान हैं। आप किसी स्कूल या कॉलेज में भी योग शिक्षक का पद संभाल सकते हैं। इतना ही नहीं योग शिक्षक अपना खुद का काम भी शुरू कर सकते हैं।
योग को लेकर बढ़ रही जागरुकता के बीच कई कंपनियां कर्मचारियों के लिए योग क्लास लगाती हैं। इन क्लास के लिए किसी योग शिक्षक की जरूरती होती है, जो या तो फ्रीलांस के तौर पर या बतौर कर्मचारी काम करते हैं। योग की बढ़ती मांग से विदेशों में भी काम के काफी अवसर हैं।
योग शिक्षक बनने का एक फायदा यह भी है कि योग की क्लासेज आप ज्यादातर सुबह या शाम को ही लेते हैं। ऐसे में आपके पास बीच का पूरा दिन होता है, जिसमें आप कुछ नया सीख सकते हैं या कोई दूसरा काम या बिजनसे या फिर अपना खुद का योग स्कूल भी शुरू कर सकते हैं।
कुछ संस्थान जहां से किया जा सकता है कोर्स
कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान योग सीखाते हैं। जिनमें से कुछ के नाम हैं-
देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार, उत्तराखंड
(योग मे बी.एससी से पी.एचडी तक के कोर्स उपलब्ध)
गुरूकुल कॉंगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार, उत्तराखंड
(योग में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध)
भारतीय विद्या भवन, दिल्ली
(6 महीने से लेकर 1 साल तक का कोर्स उपलब्ध)
अय्यंगर योग सेंटर, पुणे
(योग प्रशिक्षण उपलब्ध)
मोरारजी देसाई नेशनल इस्टीट्यूट ऑफ योग, दिल्ली
(स्नातक के बाद 3 साल का बी. एससी योगा साइंस, 1 साल का डिप्लोमा, पार्ट टाइम योग कोर्स उपलब्ध)
बिहार स्कूल ऑफ योगा, मुंगेर
(4 महीने और 1 साल के कोर्स उपलब्ध)
कैवल्यधाम योग इंस्टीट्यूट, पुणे
(सर्टिफिकेट कोर्स इन योग, पीजी डिप्लोमा इन योग एजुकेशन, पीजी डिप्लोमा इन योग थिरैपी, फाउंडेशन कोर्स इन योग, एडवांस योग टीचर्स ट्रैनिंग, बीए- योग फिलोस्फी, मास्टर क्लास फॉर योग टीचर्स कोर्स उपलब्ध)
स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु
(रेगुलर और डिस्टेंस योगा कोर्स, योग में बी.एससी, एम. एससी, पी. एच.डी. डिग्री उपलब्ध)
हो सकता है कि जवाब में योग सुनकर आपको थोड़ा अजीब लगा हो, कि योग तो कोई भी घर पर ही कर सकता है। लेकिन योग भी एक विज्ञान है, जिसे सीखने के लिए योग्य और प्रशिक्षित शिक्षक की जरूरत होती है। और योग शिक्षक बनने के लिए कई तरह के प्रशिक्षण लेने की जरूरत होती है। भारत में दसवीं या बारहवीं कक्षा के बाद भी योग से जुड़े कई सर्टिफिकेट कोर्स हैं। इसके अलावा योग में डिप्लोमा, बीएड और स्नातकोत्तर भी उपलब्ध है। इन पाठ्यक्रमों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक है।
क्या हैं स्कोप
योग शिक्षक बनने से पहले जरूरी है कि आपको योग की पूरी समझ और जानकारी हो। क्योंकि योग में आसनों को सही तरीके से करना जरूरी है। अगर आप एक भी योगासन गलत तरीके से करेंगे या कराएंगे तो वह किसी नई परेशानी को जन्म दे सकता है।
योग में करियर बनाने से अगर आप इसलिए कतरा रहे हैं कि इसमें स्कोप कम है, तो यह गए जमाने की बात हो गई। कई ऐसे योग शिक्षण संस्थान हैं, जहां योग शिक्षक के लिए भरपूर स्थान हैं। आप किसी स्कूल या कॉलेज में भी योग शिक्षक का पद संभाल सकते हैं। इतना ही नहीं योग शिक्षक अपना खुद का काम भी शुरू कर सकते हैं।
योग को लेकर बढ़ रही जागरुकता के बीच कई कंपनियां कर्मचारियों के लिए योग क्लास लगाती हैं। इन क्लास के लिए किसी योग शिक्षक की जरूरती होती है, जो या तो फ्रीलांस के तौर पर या बतौर कर्मचारी काम करते हैं। योग की बढ़ती मांग से विदेशों में भी काम के काफी अवसर हैं।
योग शिक्षक बनने का एक फायदा यह भी है कि योग की क्लासेज आप ज्यादातर सुबह या शाम को ही लेते हैं। ऐसे में आपके पास बीच का पूरा दिन होता है, जिसमें आप कुछ नया सीख सकते हैं या कोई दूसरा काम या बिजनसे या फिर अपना खुद का योग स्कूल भी शुरू कर सकते हैं।
कुछ संस्थान जहां से किया जा सकता है कोर्स
कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान योग सीखाते हैं। जिनमें से कुछ के नाम हैं-
देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार, उत्तराखंड
(योग मे बी.एससी से पी.एचडी तक के कोर्स उपलब्ध)
गुरूकुल कॉंगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार, उत्तराखंड
(योग में डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध)
भारतीय विद्या भवन, दिल्ली
(6 महीने से लेकर 1 साल तक का कोर्स उपलब्ध)
अय्यंगर योग सेंटर, पुणे
(योग प्रशिक्षण उपलब्ध)
मोरारजी देसाई नेशनल इस्टीट्यूट ऑफ योग, दिल्ली
(स्नातक के बाद 3 साल का बी. एससी योगा साइंस, 1 साल का डिप्लोमा, पार्ट टाइम योग कोर्स उपलब्ध)
बिहार स्कूल ऑफ योगा, मुंगेर
(4 महीने और 1 साल के कोर्स उपलब्ध)
कैवल्यधाम योग इंस्टीट्यूट, पुणे
(सर्टिफिकेट कोर्स इन योग, पीजी डिप्लोमा इन योग एजुकेशन, पीजी डिप्लोमा इन योग थिरैपी, फाउंडेशन कोर्स इन योग, एडवांस योग टीचर्स ट्रैनिंग, बीए- योग फिलोस्फी, मास्टर क्लास फॉर योग टीचर्स कोर्स उपलब्ध)
स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु
(रेगुलर और डिस्टेंस योगा कोर्स, योग में बी.एससी, एम. एससी, पी. एच.डी. डिग्री उपलब्ध)
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