सरकार ने स्पोर्ट्स वियर कंपनी रीबॉक इंडिया में कथित वित्तीय धोखाधड़ी मामले में मुकदमे की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने इस मामले में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप दी है। यह रिपोर्ट कंपनी के भारतीय परिचालन में वित्तीय धोखाधड़ी के बारे में है।
पिछले साल पुलिस के पास दर्ज कराई गई प्राथमिकी में रीबॉक ने कंपनी की भारतीय इकाई के कुछ वरिष्ठ कार्यकारियों पर 870 करोड़ रपये की वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
कॉरपोरेट मामलों के मंत्री सचिन पायलट ने कहा, 'एसएफआईओ के निष्कर्ष कुछ भी हैं, अभियोजन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। मुकदमे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हमने कानूनी राय ली है और जो सबसे अच्छा कर सकते थे, कर रहे हैं।'
हालांकि, पायलट ने अभियोजन की कार्रवाई पर और ब्योरा नहीं दिया।
रीबॉक इंडिया ने अपने पूर्व प्रबंध निदेशक शुभिंदर सिंह और पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी विष्णु भगत पर वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। हालांकि, दोनों ने इन आरोपों का खंडन किया है।