वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनी भारतपे ने अपने सह-संस्थापक अश्नीर ग्रोवर से जुड़े विवादों को पीछे छोड़ते हुए 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की है. भारतपे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुहैल समीर ने कहा है कि कंपनी अब लागत को निकालने की ओर अग्रसर है. समीर ने साक्षात्कार में कहा कि कंपनी को अगले 18 से 24 माह में शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कराने की तैयारी है.
उन्होंने कहा कि ग्रोवर ने कंपनी के साथ पैसे की जो धोखाधड़ी की है, उसके बारे में निदेशक मंडल आगे की चीजें तय करेगा. उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता कंपनी के कर्मचारी हैं, जिससे वे स्थिर तरीके से कामकाज कर सकें. समीर ने कहा, ‘‘हमारे लिए दूसरी प्राथमिकता कारोबार के मोर्चे पर आगे बढ़ने की है. कारोबार ही मेरे लिए और मेरी टीमों के लिए जरूरी है. हम इसपर दोगुना ध्यान दे रहे हैं. इसके नतीजे भी अच्छे मिल रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि जनवरी-मार्च की तिमाही में सभी मानकों मसलन लेनदेन, टीपीवी, ऋण और राजस्व के मोर्चे पर हमारा कारोबार 20 प्रतिशत बढ़ा है. ‘‘हम यह तब हासिल कर पाए हैं जबकि कोविड-19 की वजह से दिल्ली और कई शहरों में अंकुश लागू थे.''
भारतपे दुकानदारों को क्यूआर कोड के जरिये डिजिटल भुगतान की सुविधा देती है. अब कंपनी की मौजूदगी 225 शहरों में है. कंपनी के मंच से अब 80 लाख से अधिक दुकानदार (मर्चेट) जुड़े हैं. 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में इनकी संख्या 50 लाख थी.
उन्होंने कहा कि कंपनी के मंच पर लेनदेन मूल्य (टीपीवी) सालाना आधार पर ढाई गुना बढ़कर 16 अरब डॉलर हो गया है. इसी तरह बिक्री केंद्र (पीओएस) कारोबार भी दोगुना हो गया है. मार्च तक हमारे मंच पर चार अरब लेनदेन हुए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे मंच से कर्ज लेने वाले दुकानदारों की संख्या बढ़कर तीन लाख हो गई है जो एक साल पहले 1.6 लाख थी. समीर ने कहा, ‘‘हमने पिछले वित्त वर्ष में 65 करोड़ डॉलर का ऋण देने में मदद की.'' '
उन्होंने बताया कि कंपनी का अभी ‘खरीदो-बाद में भुगतान करो' उत्पाद काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. इसे करीब पांच माह पहले पेश किया गया था. इसपर हर महीने 10 लाख लेनदेन हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी चालू वित्त वर्ष के अंत तक 300 शहरों में विस्तार करने की तैयारी है.
समीर ने कहा कि कंपनी 18 से 24 माह में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की तैयारी कर रही है. उस समय तक हमारा टीपीवी 40 से 45 अरब डॉलर और राजस्व 50 करोड़ डॉलर पर पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ‘मर्चेंट' कारोबार 12 से 15 माह में मुनाफे की स्थिति में आ जाएगा.''