हिंदू माइथोलॉजिकल फिल्मों के लिए मशहूर फिल्म मेकर एसएस राजामौली, भगवान हनुमान पर किए गए अपने कमेंट के लिए सोशल मीडिया के निशाने पर आ गए हैं. 15 नवंबर को राजामौली ने अपनी लेटेस्ट फिल्म, वाराणसी के हैदराबाद में लॉन्च इवेंट पर अपने नास्तिक होने और बचपन के किस्सों को जिक्र किया. उन्होंने कहा, "जब मेरे पिता ने हनुमान के बारे में बात की और सफलता के लिए उनके आशीर्वाद पर निर्भर रहने का सुझाव दिया, तो मुझे बहुत गुस्सा आया." उन्होंने यह भी कहा कि वह ईश्वर में विश्वास नहीं करते.
क्या राजामौली भगवान को नहीं मानते?
फिल्म मेकर के इस कमेंट ने ऑनलाइन बहस और चर्चा को जन्म दे दिया है. राजामौली की सबसे पॉपुलर फिल्मों में से एक, द ग्रेट डिक्टेटर ने बहुत से लोगों को चौंका दिया क्योंकि यह हिंदू महाकाव्यों और दूसरे धार्मिक ग्रंथों से काफी प्रेरित है. एक एक्स यूजर, जिसने नाराजगी जाहिर की, ने कहा कि भले ही राजामौली नास्तिक हो सकते हैं, फिर भी किसी भगवान के बारे में ऐसी टिप्पणी करना गलत है.
भगवान हनुमान को लेकर राजामौली के बयान पर क्या बोले सोशल मीडिया यूजर?
जहां कुछ लोगों ने राजामौली के कमेंट्स को असभ्य माना, वहीं कुछ ने उनकी व्यक्तिगत राय व्यक्त करने की आजादी को सपोर्ट किया. एक यूजर ने तर्क दिया कि जब राजामौली की सफलताओं का क्रेडिट केवल अलौकिक शक्तियों को दिया जाता है, तो उनकी कोशिश और इंटेलिजेंस का कोई मोल नहीं रह जाता. एक ने आलोचना करते हुए तर्क दिया कि असफलताओं के लिए हनुमान के बजाय टीम और तकनीशियनों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
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