
‘दुश्मनी की तलवार की धार एक तरफ नहीं होती है, दोनों तरफ होती है...' राजस्थान के दो राजपूत परिवारों की आपसी दुश्मनी पर बनी फिल्म ‘क्षत्रिय' में कई सितारों की चमक देखने को मिली थी. रॉयल थीम, शानदार सितारे, गजब के डायलॉग्स. फिल्म फिर भी चल न सकी, क्यों? 26 मार्च 1993 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म के ना चलने की वजह एक्टर संजय दत्त बने थे. क्षत्रिय साल 1993 में रिलीज हुई फिल्म है जो राजस्थान के दो राजपूत परिवारों की आपसी दुश्मनी की कहानी को पर्दे पर उतारती है. फिल्म का निर्देशन और सह-लेखन जे.पी. दत्ता ने किया था. इसमें अभिनेता सुनील दत्त, विनोद खन्ना, धर्मेंद्र, संजय दत्त, सनी देओल के साथ राखी, मीनाक्षी शेषाद्रि, दिव्या भारती, सुमालता, रवीना टंडन जैसे शानदार कलाकार अहम किरदारों में थे.
बता दें, फिल्म दर्शकों के बीच काफी मशहूर हुई थी और इसके गाने भी खूब पसंद किए गए थे. हालांकि, यह बॉक्स ऑफिस पर कमाल दिखाने में नाकाम रही. किसी तरह से अपना बजट ही निकाल सकी. हालांकि फिल्म के हर एक गाने को दर्शकों का प्यार मिला. ये गाने थे - 'हैलो हैलो', 'मैं खींची चली आई', 'दिल ना किसी का जाए', 'छम छम बरसो पानी', 'तूने किया था वादा'. अब जानते हैं कि फिल्म की असफलता का ठीकरा संजय दत्त के सिर पर क्यों फोड़ा गया?
संजय दत्त पर क्यों डाली गई फ्लॉप की जिम्मेदारी?
जानकारी के अनुसार, फिल्म शानदार ओपनिंग करने में भी सफल हो गई थी और लगभग 45 लाख से अपना खाता खोला था. इसी बीच संजय दत्त की वजह से फिल्म विवादों में फंस गई. फिल्म पहले 20 नवंबर 1992 में रिलीज होने वाली थी, लेकिन रिलीज से कुछ दिन पहले ही मुंबई में हुए सांप्रदायिक दंगे की वजह से सिनेमाघरों में नहीं आ सकी. यहां तक कि रिलीज के लगभग तीन हफ्ते बाद स्क्रीनिंग पर भी कुछ दिनों के लिए रोक लगा दी गई थी.
संजय दत्त का नाम बॉम्बे बम ब्लास्ट केस में आया था और 19 अप्रैल को उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, इसका खामियाजा फिल्म को भुगतना पड़ा था और बेहतरीन काम के बावजूद फिल्म सुपरहिट का टैग लेने में असफल रही.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं