विज्ञापन

18 साल से कम उम्र वालों के लिए नहीं है धुरंधर, इतनी लंबी होगी रणवीर सिंह की फिल्म

रणवीर सिंह की आने वाली फिल्म “धुरंधर” इन दिनों सुर्खियों में है. बीते दिनों फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था, जिसे खूब पसंद किया गया है.

18 साल से कम उम्र वालों के लिए नहीं है धुरंधर, इतनी लंबी होगी रणवीर सिंह की फिल्म
18 साल से कम उम्र वालों के लिए नहीं है धुरंधर, इतनी लंबी होगी रणवीर सिंह की फिल्म
नई दिल्ली:

रणवीर सिंह की आने वाली फिल्म “धुरंधर” इन दिनों सुर्खियों में है. बीते दिनों फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था, जिसे खूब पसंद किया गया है. हालांकि इस फिल्म को अशोक चक्र और सेना मेडल से सम्मानित शहीद मेजर मोहित शर्मा के परिवार की वजह से थोड़ा विवादों का सामना करना पड़ा. हालांकि अब इस फिल्म को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) की ओर से हरी झंडी मिल गई है. लेकिन रणबीर सिंह फिल्म “धुरंधर” 18 साल की कम उम्र वालों के लिए नहीं बनी है. 

ये भी पढ़ें: बॉक्स ऑफिस पर धुरंधर ने शुरू की धुंआधार एडवांस बुकिंग, एक दिन में ही कमाई डाले करोड़ों, बिके इतने हजार टिकट

धुरंधर को क्यों मिला ‘A' सर्टिफिकेट

दरअसल फिल्म “धुरंधर” को सीबीएफसी की ओर से ‘A' सर्टिफिकेट मिला है. ऐसे में यह फिल्म 18 साल से कम उम्र वालों के लिए नहीं है. बताया जा रहा है कि सीबीएफसी ने ‘A' सर्टिफिकेट “धुरंधर” के हिंसक एक्शन सीन को ध्यान में रखते हुए दिया है. वहीं बात करें “धुरंधर” से जुड़े विवाद की तो इसे रिलीज करने में अब कोई कानूनी अड़चन नहीं बची. शहीद मेजर मोहित शर्मा के परिवार ने फिल्म पर आपत्ति जताई थी. परिवार का कहना था कि फिल्म की कहानी और कुछ किरदार उनके बेटे की जिंदगी से मिलते-जुलते हैं तथा मेकर्स बिना परमिशन के उनकी शहादत को “कमर्शियल सामान” बना रहे हैं. फिल्म को “ट्रू इवेंट्स से प्रेरित” बताकर प्रमोट भी किया जा रहा था.

धुरंधर के लिए मोहित शर्मा की परिवार की क्या है चिंता 

मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता सुशीला शर्मा (77) और राजेंद्र प्रसाद शर्मा (75) ने 28 नवंबर को दिल्ली हाई कोर्ट में केस दायर किया था. कोर्ट ने सीबीएफसी को निर्देश दिया था कि सर्टिफिकेट देने से पहले परिवार की चिंताओं पर विचार करे और फिल्म को भारतीय सेना के पास भी भेजा जाए. अब सीबीएफसी ने साफ कर दिया है कि “धुरंधर” पूरी तरह काल्पनिक फिल्म है. 

कितने घंटे की है धुरंधर

इसमें कोई भी किरदार, घटना या कहानी असल जिंदगी के किसी व्यक्ति से जुड़ी नहीं है. फिल्म की शुरुआत में ही बड़ा-सा डिस्क्लेमर दिखाया जाएगा जिसमें यह साफ लिखा होगा कि सब कुछ काल्पनिक है. इसके बाद बोर्ड ने फिल्म को सेना के पास भेजने की जरूरत नहीं समझी. कुछ किरदारों के नाम भी बदल दिए गए हैं. सर्टिफिकेट के अनुसार फिल्म की लंबाई 214 मिनट (लगभग 3 घंटे 34 मिनट) है, जबकि मेकर्स इसे 3 घंटे 27 मिनट बता रहे थे. परिवार की शिकायत के बावजूद अब फिल्म को कानूनी मंजूरी मिल गई है और जल्द ही इसकी रिलीज डेट का ऐलान हो सकता है.
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com