सालार के बाद साउथ इंडियन मूवी स्टार पृथ्वीराज सुकुमारन अपनी अगली फिल्म की तैयारी में जुट गए हैं. इस फिल्म के लिए वो जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन से गुजर रहे हैं. नए फिज़िकल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए पृथ्वीराज सुकुमारन जबरदस्त मेहनत कर रहे हैं और लंबी फास्टिंग भी कर रहे हैं. एक इंटरव्यू में खुद उन्होंने इसकी जानकारी दी है. पृथ्वीराज सुकुमारन के मुताबिक उन्होंने 72 घंटे लंबा फास्ट रखा. ऐसा एक बार नहीं उन्हें दो बार करना पड़ा. क्योंकि बीच में कोरोना आने से फिल्म की शूटिंग कुछ समय के लिए टल गई थी. ये फिल्म है आडुजीवितम, जिसके लिए पृथ्वीराज सुकुमारन इतनी मेहनत कर रहे हैं.
रोल की खातिर किया उपवास
एक मीडिया हाउस से बात करते हुए पृथ्वीराज सुकुमारन ने बताया कि रोल में फिट बैठने के लिए उनका भूखा रहना जरूरी था. असल में उनका किरदार ही ऐसा है जिसे बहुत दिनों से पर्याप्त खाना नहीं मिला है और वो भूख से बेहाल है. इस हाल को अचीव करने के लिए उन्होंने खुद हकीकत में भूखे रहना जरूरी समझा. उनका कहना है कि उनका ट्रांसफॉर्मेशन पूरी तरह से फास्टिंग पर बेस्ड था. कई बार उन्होंने 72 घंटे लंबा फास्ट भी रखा. इस दौरान वो बिना कुछ खाए पिए रहते थे. ये वक्त वो सिर्फ पानी और ब्लैक कॉफी के सहारे बिताते थे. उन्होंने ये भी माना कि अपने शरीर को इतना कष्ट देना आसान नहीं है. फिजिकल तकलीफ का असर मेंटल सेहत पर भी पड़ता है. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पृथ्वीराज सुकुमारन ने 31 किलो वजन कम भी किया.
ऐसी है फिल्म की कहानी
आदू जीवितम एक यंग वर्कर की कहानी है जो केरल का रहना वाला है. नौकरी की तलाश में वो मिडिल ईस्ट पहुंचता है और वहां बंधुआ मजदूर बनकर रह जाता है. इस दौरान वो कितने संघर्ष करता है और कैसे बचता है इसकी के इर्द गिर्द ये फिल्म घूमती है. इस रोल में ढलने के लिए पृथ्वीराज सुकुमार ने जी तोड़ मेहनत की है. करीब दस साल से वो इस गंभीर किरदार की तैयारी में डूबे हुए हैं.
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