
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को हुए मतदान में रिकॉर्ड 67 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
मतदान के लिए लोग बड़ी संख्या में बाहर निकले। ओखला विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर रात 9:30 बजे तक मतदान हुआ।
इससे पहले दिल्ली में 1993 में सर्वाधिक 61.75 फीसदी मतदान हुआ था। आज शाम पांच बजे के बाद करीब 1.7 लाख लोगों ने मतदान किया।
भाजपा ने कांग्रेस को चौथी बार आने से रोकने के लिए भरसक प्रयास किये वहीं पहली बार मैदान में उतरी अरविंद केजरीवाल की आप पार्टी ने भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दोनों बड़े दलों को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। दिल्ली के कुल 1.19 करोड़ मतदाताओं में से करीब 80 लाख ने 810 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला किया है।
नई दिल्ली सीट पर 74 फीसदी मतदान हुआ। आर के पुरम में 80 फीसदी और ग्रेटर कैलाश 79 फीसदी मतदान होने की खबर है।
दिल्ली चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को विपक्षी बीजेपी से कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है, जबकि चुनाव मैदान में पहली बार उतरी नई पार्टी 'आम आदमी पार्टी' (आप) मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है। लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित ने सत्ता विरोधी लहर से इनकार करते हुए कहा कि लोग उनकी सरकार के विकास कार्य के लिए मतदान करेंगे। शीला ने कहा, मुझे उम्मीद है कि लोग पिछले 15 साल में हमारे द्वारा किए गए विकास कार्यों के लिए मतदान करेंगे। मैं यह दावा करना नहीं चाहूंगी कि हम कितनी सीटें जीतेंगे। शीला दीक्षित ने कहा कि मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। नई पार्टी 'आप' को वह मजबूत दावेदार के रूप में नहीं देखती हैं।
वहीं, बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हर्षवर्धन ने दावा किया कि उनकी पार्टी कांग्रेस और आप से कहीं आगे है। हर्षवर्धन ने कृष्णा नगर विधानसभा क्षेत्र में मतदान करने के बाद संवाददाताओं से कहा, बीजेपी, कांग्रेस और आप दोनों से कहीं आगे है। कांग्रेस और आप दूसरे स्थान के लिए लड़ रही है। कोई हमारे वोट बैंक में सेंध नहीं लगा सकता।
इन दावों के बीच आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल आश्वस्त नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं परिणाम को लेकर काफी आश्वस्त हूं। यह मेरी नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की जीत होगी। मुझे भरोसा है कि लोग भ्रष्टाचार और भ्रष्टतंत्र के खिलाफ मतदान करेंगे।
सुबह सबसे पहले मतदान करने वालों में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार डॉ हषर्वर्धन और दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी विजय देव, रॉबर्ट वाड्रा आदि शामिल रहे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने भी मतदान किया। चुनावी संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर सोनिया ने मुस्कराते हुए कहा, हम जीतेंगे। चुनाव अधिकारी ने बताया कि नगर के कुछ हिस्सों में ईवीएम मशीन में खराबी की खबर आई, लेकिन उन्हें ठीक कर लिया गया। कुर्ता पायजामा और जैकेट पहले राहुल गांधी ने औरंगजेब लेन के बूथ संख्या 88 पर वोट डाला। कांग्रेस की जीत का विश्वास व्यक्त करते हुए राहुल ने कहा कि शीला दीक्षित ने दिल्ली के लिए काफी अच्छा काम किया है।
मतदान शुरू होते ही आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल ही वोट डालने कनॉट प्लेस के एनडीएमसी स्कूल के मतदान केंद्र पहुंचे। वहीं बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार डॉ हर्षवर्धन भी अपने मताधिकार का उपयोग करने कृष्णानगर केंद्र पर पहुंचे। गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पहली बार चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रही है और कई सीटों पर वह इन दोनों पार्टियों को कड़ी चुनौती दे रही है।
बीजेपी की ओर से डॉक्टर हर्षवर्धन को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं कांग्रेस ने एक बार फिर शीला दीक्षित के ही नाम को आगे बढ़ाया है। हर्षवर्धन जहां कृष्णानगर सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, वहीं शीला दीक्षित नई दिल्ली सीट से चुनाव मैदान में हैं। नई दिल्ली सीट का मुकाबला बेहद रोमांचक है, क्योंकि यहां से शीला दीक्षित के खिलाफ अरविंद केजरीवाल और बीजेपी के विजेंद्र गुप्ता चुनाव मैदान में हैं।
सुरक्षित मतदान के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 107 कंपनियां तैनात की गईं। इसके अलावा दिल्ली पुलिस के करीब 39 हज़ार जवान और करीब 12 हजार होम गार्ड के जवान भी तैनात किए गए। चुनाव के काम में करीब 48 हजार सिविल स्टाफ को भी लगाया गया है। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथ पर सीसीटीवी लाइव वेब कैम भी लगाए गए। प्रत्येक दो घंटे में मतदान का प्रतिशत बताने की व्यवस्था भी चुनाव आयोग की ओर से की गई।
मतदान केंद्रों पर मोबाइल फोन लेकर पहुंचे वोटरों को चुनाव अधिकारियों ने वापस लौटा दिया। ऐसे मतदाताओं का कहना था कि इस बारे में चुनाव आयोग को पहले से ही सूचित करना चाहिए था, क्योंकि अब उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बीजेपी ने 66 विधानसभा सीटों पर और कांग्रेस तथा आप ने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रही बहुजन समाज पार्टी ने 69 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 9 सीटों पर और समाजवादी पार्टी ने 27 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं। चुनाव मैदान में कुल 224 निर्दलीय प्रत्याशी भी हैं।
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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