'सुप्रीम कोर्ट में गैंगरेप पर सुनवाई'

- 47 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: रितु शर्मा |बुधवार फ़रवरी 21, 2024 08:45 AM IST
    Bilkis Bano: बिलकिस बानो उस वक्त 21 वर्ष की थीं और पांच महीने की गर्भवती थीं, जब साम्प्रदायिक दंगों के दौरान उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ था.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: विजय शंकर पांडेय |शनिवार दिसम्बर 10, 2022 02:29 PM IST
    मुंबई में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो की एक विशेष अदालत ने 11 दोषियों को 21 जनवरी 2008 को सामूहिक बलात्कार और बिलकिस बानो के परिवार के सात सदस्यों की हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
  • Short News | Edited by: आलोक कुमार ठाकुर |मंगलवार अक्टूबर 18, 2022 10:38 PM IST
    गुजरात के बिलकिस बानो गैंगरेप मामले में 11 दोषियों की रिहाई को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बिलकिस बानो केस में दोषियों की रिहाई का बचाव किया है. जोशी ने तर्क किया कि इस केस में कुछ भी गलत नहीं हुआ. कानून के अनुसार दोषियों को रिहा किया गया.
  • India | Reported by: मनोरंजन भारती, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार अगस्त 25, 2022 06:57 PM IST
    बिलकीस बानो मामले (Bilkis Bano case) में आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई हुई. इस मामले में पूर्व जज जस्टिस यूडी साल्वी (Justice UD Salvi) ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि किसी को क्षमादान देना राज्य सरकार का अधिकार है. लेकिन किस आधार पर दिया गया है यह बड़ा सवाल है. साथ ही उन्होंने कहा कि विचारधारा की गुलामी गलत है. बिलकीस बानो मामले में दोषियों ने धर्म को भी शर्मसार किया है.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: पंकज चौधरी |मंगलवार अगस्त 16, 2022 11:58 AM IST
    पीड़िता की ओर से वृंदा ग्रोवर ने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की थी. CJI एन वी रमना ने कहा कि वो अगले हफ्ते सुनवाई करेंगे. दरअसल  रेप पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में केस के ट्रायल को दिल्ली ट्रांसफर कराने की मांग की है.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव |मंगलवार अक्टूबर 6, 2020 01:48 AM IST
    उत्तर प्रदेश (UP) के हाथरस (Hathras) में एक युवती के सामूहिक बलात्कार (Gang Rape) और मौत के मामले की CBI या SIT से जांच कराने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) मंगलवार को सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम की बेंच सुनवाई करेगी. सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दाखिल की गई है. इसमें मामले की जांच सीबीआई या SIT से कराने की मांग की गई है. 
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार फ़रवरी 29, 2020 08:34 PM IST
    दिल्ली के निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले (Nirbhaya Case) में चारों दोषियों की फांसी के लिए डेथ वारंट पर रोक लगाने की मांग पर पटियाला हाउस कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रशासन को नोटिस जारी किया है. सोमवार को सुबह 10 बजे पटियाला हाउस कोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगा. अक्षय के वकील एपी सिंह ने कोर्ट को बताया कि अक्षय की कम्पलीट मर्सी पिटीशन (दया याचिका) फाइल की है. कोर्ट ने कहा कि आपको पहले ही पूरी पिटीशन फाइल करनी चाहिए थी. जज ने कहा कि मुझे नहीं पता कि कम्पलीट पिटीशन है या इन कम्पलीट है, आपकी ये दूसरी मर्सी है.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, परिमल कुमार, Edited by: अल्केश कुशवाहा |शुक्रवार फ़रवरी 7, 2020 03:33 PM IST
    निर्भया केस (Nirbhaya Case) में पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों का डेथ वारंट जारी करने से इनकार कर दिया है. वहीं, निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दोषियों को अलग-अलग फांसी देने की केंद्र और दिल्ली सरकार की अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई की. याचिका पर सुनवाई करते हुए चारों दोषियों को नोटिस जारी करते हुए, जवाब मांगा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कि हाईकोर्ट का सात दिन का समय 11 फरवरी को खत्म हो रहा है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 11 फरवरी को दो बजे सुनवाई करेगा.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा |मंगलवार जनवरी 28, 2020 05:56 PM IST
    निर्भया केस मामले में दोषी मुकेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 29 जनवरी को फैसला सुना सकता है. जस्टिस भानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एएस बोपन्ना की बेंच ने आज दोनों पक्षों की दलीलें सुनी हैं. मुकेश ने राष्ट्रपति के 17 जनवरी को दया याचिका खारिज करने के फैसले को चुनौती दी थी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 17 जनवरी को 32 वर्षीय मुकेश सिंह की दया याचिका अस्वीकार कर दी थी. प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे, न्यायमूर्ति बीआरगवई और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पीठ ने याचिका की सुनवाई करते हुए पहले दिन कहा  था कि यदि किसी व्यक्ति को फांसी पर लटकाया जाना है तो इससे ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं हो सकता और उसकी याचिका पर सुनवाई करना प्राथमिकता है.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव, Edited by: मानस मिश्रा |सोमवार जनवरी 27, 2020 12:09 PM IST
    निर्भया गैंगरेप और मर्डर मामले में चारों दोषियों की दया याचिका खारिज किए जाने के फैसले के खिलाफ दी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने जल्द सुनवाई के संकेत दिए हैं. दोषियों के वकील वृंदा ग्रोवर ने सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की थी.  वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा कि 1 फरवरी के लिए डेथ वारंट है. इस पर प्रधान न्यायाधीश बोबडे ने कहा कि मेंशनिंग रजिस्ट्रार के पास जाएं. अगर किसी को 1 फरवरी को फांसी होनी है तो इसकी जल्द सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की अहम प्राथमिकता होगी.  
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