India | Reported by: आशीष भार्गव |शुक्रवार अक्टूबर 14, 2022 10:58 PM IST हिजाब मामले में प्रतिबंध बरकरार रखने के पक्ष में निर्णय देने वाले जज जस्टिस हेमंत गुप्ता (Justice Hemant Gupta) ने कहा कि जज का काम ऐसा होता है कि वादी-प्रतिवादी पक्ष में से कोई एक तो दुखी होगा. एक न्यायाधीश लोगों को खुश नहीं कर सकता है, क्योंकि उनको भूमिका ऐसी नहीं मिली है और यह भूमिका सार्वजनिक जीवन में अन्य लोगों को सौंपी गई है. उन्होंने कहा कि न्यायाधीश के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए लोगों को खुश करने के इरादे से एक जज अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर सकता. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह के दौरान उन्होंने यह बात कही.