Faith | Reported by: भाषा |सोमवार मई 11, 2020 04:52 PM IST जेठ की दोपहरी, बड़ा मंगल और इस पर्व का बेसब्री से इंतजार लखनऊवासियों की संस्कृति का अभिन्न अंग माना जाता है. हर साल बडे़ मंगल के दिन बाजारों, दुकानों के सामने, सड़कों, गलियों, मंदिरों के पास, धर्मशालाओं, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर विशाल भंडारे का आयोजन होता है और पूरा शहर भर पेट प्रसाद खाता है.