'नोबेल पुरस्‍कार'

- 21 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Blogs | प्रियदर्शन |गुरुवार अक्टूबर 6, 2022 11:28 PM IST
    तो यह ऐनी ऐरनॉ है- अपनी भूमिका में ही एक सिहरा देने वाला अनुभव देने वाली. जिस समय सबकुछ प्रकाश की रफ़्तार से गुज़रा जा रहा है, उस समय अतीत के कुएं और भविष्य के आसमान में झांकने वाली, काल की आंख में आंख डाल कर देखने वाली इस लेखिका से परिचय कराने के लिए नोबेल पुरस्कार समिति का शुक्रिया. वैसे इस समिति ने पहले भी कई महत्वपूर्ण लेखकों से परिचित कराया है. बड़े पुरस्कार यह काम करते हैं. वे लेखकों को बड़ा नहीं बनाते, मगर बड़े लेखकों को हमारे सामने ले आते हैं.
  • World | Edited by: वर्तिका |गुरुवार अक्टूबर 6, 2022 05:16 PM IST
    The Nobel Prize in Literature for 2022: फ्रांसीसी लेखक एनी एरनॉक्‍स  (Annie Ernaux) ने अपने लेखों में लगातार कई बिंदुओं से अपने जीवन को जांचा-परखा है.
  • Science | Written by: प्रेम त्रिपाठी |सोमवार अक्टूबर 3, 2022 09:08 PM IST
    Nobel Prize : ‘विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित उनकी खोजों के लिए’ सावन्ते को मेडिसिन के लिए नोबेल दिया गया है।
  • India | एनडीटीवी |गुरुवार दिसम्बर 23, 2021 01:07 AM IST
    एनडीटीवी के डॉ. प्रणय रॉय ने नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर अब्दुलरजाक गुरनाह से बातचीत की.
  • World | Reported by: एएफपी |गुरुवार अक्टूबर 7, 2021 05:17 PM IST
    तंजानिया में जन्मे उपन्यासकार अब्दुलरजाक गुरनाह (Abdulrazak Gurnah)को साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार दिया गया है. स्‍वीडिश एकेडमी ने गुरुवार को इसका ऐलान किया.
  • World | Edited by: आनंद नायक |सोमवार अक्टूबर 4, 2021 03:42 PM IST
    वर्ष 2021 के लिए मेडिसिन के नोबेल पुरस्‍कार का ऐलान कर दिया गया है. इस बार अमेरिका के David Julius और Ardem Patapoutian को संयुक्‍त रूप से यह पुरस्‍कार दिया गया है.
  • Career | Edited by: अर्चित गुप्ता |शुक्रवार फ़रवरी 28, 2020 10:28 AM IST
    राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) हर साल 28 फरवरी (28 February) को मनाया जाता है. वैज्ञानिक सीवी रमन (CV Raman) ने ‘रमन प्रभाव' (Raman Effect) का आविष्कार किया था. पारदर्शी पदार्थ से गुजरने पर प्रकाश की किरणों में आने वाले बदलाव पर की गई इस महत्‍वपूर्ण खोज के लिए 1930 में उन्हें भौतिकी के नोबेल पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया था. उन्होंने यह खोज 28 फरवरी को की थी.
  • Zara Hatke | Written by: सुबोध आनंद गार्ग्य |बुधवार दिसम्बर 11, 2019 02:54 PM IST
    भिजीत बनर्जी  (Abhijit Banerjee) को नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize For Economics) से सम्मानित किए जाने और उनकी पोशाक पर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है और लोग इस पर खुशी जाहिर कर रहे हैं.बता दें कि अभिजीत बनर्जी, एस्थर डुफलो (Esther Duflo) और माइकल क्रेमर (Michael Kremer) को अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. खास बात यह कि इस दौरान बनर्जी और डुफलो दोनों ही भारतीय अवतार में नज़र आए.
  • India | Reported by: श्रीनिवासन जैन, Translated by: प्रवीण प्रसाद सिंह |रविवार अक्टूबर 20, 2019 12:27 AM IST
    भारतीय मूल के नोबेल पुरस्‍कार विजेता अभिजीत बनर्जी, जिनके बारे में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि उनका झुकाव पूरी तरह वामपंथ की ओर है, ने शनिवार को NDTV से कहा कि वाणिज्‍य मंत्री ने मेरे 'प्रोफेशनलिज्‍म पर सवाल' उठाया है.
  • Career | Written by: अर्चित गुप्ता |बुधवार अक्टूबर 2, 2019 11:00 AM IST
    Gandhi Jayanti 2019: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) पूरी दुनिया में सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में जाने जाते हैं. अहिंसा के बल पर देश को अंग्रेजों के शासन से आजाद कराने वाले बापू ने देश में शांति बनाए रखने के लिए क्या कुछ नहीं किया. गांधी जी (Mahatma Gandhi) 20वीं सदी में अहिंसा के सबसे बड़े प्रतीक बने और यही कारण रहा है कि उन्हें कई बार शांति का नोबेल पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया. गांधी जी सन 1937, 1938, 1939, 1947 और 1948 में शांति का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) के लिए नॉमिनेट हुए. लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि उन्हें एक बार भी नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला. Nobelprize.org पर दी गई जानकारी के मुताबिक 1937 में पहली बार नॉर्वे की संसद “स्टॉर्टिंग” के लेबर पार्टी सदस्य ओले कोल्बजोर्नसन ने गांधी (Gandhi) का नाम सुझाया था.
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