Delhi-NCR | Edited by: राहुल सिंह |रविवार अप्रैल 19, 2020 09:40 AM IST डॉक्टर गुलेरिया ने कहा, 'कोरोना की वैक्सीन को लेकर ट्रायल चल रहे हैं. प्लाज्मा थेरेपी भी है. इसका कनेक्शन उन लोगों से है जो बीमारी से ठीक हो चुके हैं. प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग कई बीमारियों में होता है, इसमें इबोला भी शामिल है. इस थेरेपी के पीछे की वजह इस तरह समझिए कि अगर कोई कोरोना संक्रमित ठीक हुआ है तो वह अपने शरीर में मौजूद एंटीबॉडीज की वजह से ठीक हुआ है. एंटीबॉडीज ने वायरस को मात दी है. इसका मतलब है कि उसके शरीर में एंटीबॉडीज मौजूद हैं. एक बार जब संक्रमित व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ हो जाता है तो फिर हम उसका प्लाज्मा लेकर अन्य मरीजों को दे सकते हैं.'