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Mysterious Blood Rain: ईरान में हुई 'खूनी' बारिश, देख लोग बोले- कहीं ये कयामत का दिन तो नहीं
- Friday March 14, 2025
- Written by: शालिनी सेंगर
ईरान के समुद्र तट पर हुई इस रहस्यमयी घटना ने लोगों की जिज्ञासा बढ़ा दी है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव 'ब्लड रेन' नामक एक दुर्लभ प्राकृतिक घटना के कारण हुआ है. इस विचित्र नजारे ने स्थानीय लोगों और वैज्ञानिकों को चौंका दिया है.
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चंद्रमा कभी पिघली हुई चट्टानों का जलता हुआ गोला था : ISRO की नई स्टडी में हुई पुष्टि
- Wednesday August 21, 2024
- Written by: पल्लव बागला, Edited by: सूर्यकांत पाठक
हम आज जिस चंद्रमा (Moon) को देख रहे हैं वह कभी पिघली हुई चट्टान का एक जलता हुआ गर्म गोला था. इसरो (ISRO) की चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की साइंस टीम की ओर से की गई एक बड़ी खोज में इसकी पुष्टि की गई है. टीम ने प्रज्ञान रोवर के जरिए चंद्रमा पर भेजे गए उपकरणों से हासिल किए गए पहले वैज्ञानिक परिणाम प्रकाशित किए हैं. यह ऐतिहासिक शोधपत्र बुधवार को प्रतिष्ठित ब्रिटिश वैज्ञानिक पत्रिका नेचर में प्रकाशित हुआ है. यह पत्रिका सिर्फ महत्वपूर्ण वैज्ञानिक सफलताओं के बारे में प्रकाशित करती है.
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प्रोफेसर रतन लाल को मिला ग्लिंका वर्ल्ड सॉइल अवॉर्ड 2018
- Friday December 7, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
यह अवॉर्ड उन्हें संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के रोम मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में सतत मृदा प्रबंधन में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया.
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- Friday March 14, 2025
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ईरान के समुद्र तट पर हुई इस रहस्यमयी घटना ने लोगों की जिज्ञासा बढ़ा दी है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव 'ब्लड रेन' नामक एक दुर्लभ प्राकृतिक घटना के कारण हुआ है. इस विचित्र नजारे ने स्थानीय लोगों और वैज्ञानिकों को चौंका दिया है.
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चंद्रमा कभी पिघली हुई चट्टानों का जलता हुआ गोला था : ISRO की नई स्टडी में हुई पुष्टि
- Wednesday August 21, 2024
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हम आज जिस चंद्रमा (Moon) को देख रहे हैं वह कभी पिघली हुई चट्टान का एक जलता हुआ गर्म गोला था. इसरो (ISRO) की चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की साइंस टीम की ओर से की गई एक बड़ी खोज में इसकी पुष्टि की गई है. टीम ने प्रज्ञान रोवर के जरिए चंद्रमा पर भेजे गए उपकरणों से हासिल किए गए पहले वैज्ञानिक परिणाम प्रकाशित किए हैं. यह ऐतिहासिक शोधपत्र बुधवार को प्रतिष्ठित ब्रिटिश वैज्ञानिक पत्रिका नेचर में प्रकाशित हुआ है. यह पत्रिका सिर्फ महत्वपूर्ण वैज्ञानिक सफलताओं के बारे में प्रकाशित करती है.
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प्रोफेसर रतन लाल को मिला ग्लिंका वर्ल्ड सॉइल अवॉर्ड 2018
- Friday December 7, 2018
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यह अवॉर्ड उन्हें संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के रोम मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में सतत मृदा प्रबंधन में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया.
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