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खुले में शौच जाने वालों की संख्या 55 करोड़ से घटकर हुई 25 करोड़, आसान शब्दों में पढ़ें आर्थिक सर्वेक्षण की 15 खास बातें
- Monday January 29, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आर्थिक सर्वेक्षण संसद में पेश कर दिया है. यह रिपोर्ट देश की आर्थिक स्थिति की वर्तमान स्थिति और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से मिलने वाले परिणामों को दर्शाती है. वास्तव में यह वित्त मंत्रालय की ओर से पेश की जाने वाली आधिकारिक रिपोर्ट होती है, आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में बताया जाता है कि वर्ष के दौरान विकास की प्रवृत्ति क्या और कैसी रही. सर्वे के मुताबिक साल 2017-18 में GDP 6.75 फीसदी रहने की उम्मीद है. यह 2016-17 में 7.1 फीसदी और 2015-16 में 8 फीसदी थी. साल 2018-19 में 7 से 7.5 रहने का अनुमान है. इनडायरेक्ट टैक्स देने वालों में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है. विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर वर्ष 2017-18 में 409.4 बिलियन यूएस डॉलर रहने का अनुमान है. एक्सपोर्ट में शानदार ग्रोथ देखने को मिला. वर्ष 2015-16 में जहां यह -15.5 फीसदी निगेटिव ग्रोथ था वहीं वर्ष 2017-18 में इसे 12.1 फीसदी रहने का अनुमान है. इंडस्ट्रियल ग्रोथ में पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की तुलना में 1.4 फीसदी कम रहने का अनुमान है. वर्ष 2016-17 में यह 4.6 फीसदी था वहीं इसे इस वित्त वर्ष 2017-18 में 3.2 फीसदी रहने का अनुमान है.
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ndtv.in
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खुले में शौच जाने वालों की संख्या 55 करोड़ से घटकर हुई 25 करोड़, आसान शब्दों में पढ़ें आर्थिक सर्वेक्षण की 15 खास बातें
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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आर्थिक सर्वेक्षण संसद में पेश कर दिया है. यह रिपोर्ट देश की आर्थिक स्थिति की वर्तमान स्थिति और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से मिलने वाले परिणामों को दर्शाती है. वास्तव में यह वित्त मंत्रालय की ओर से पेश की जाने वाली आधिकारिक रिपोर्ट होती है, आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में बताया जाता है कि वर्ष के दौरान विकास की प्रवृत्ति क्या और कैसी रही. सर्वे के मुताबिक साल 2017-18 में GDP 6.75 फीसदी रहने की उम्मीद है. यह 2016-17 में 7.1 फीसदी और 2015-16 में 8 फीसदी थी. साल 2018-19 में 7 से 7.5 रहने का अनुमान है. इनडायरेक्ट टैक्स देने वालों में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है. विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर वर्ष 2017-18 में 409.4 बिलियन यूएस डॉलर रहने का अनुमान है. एक्सपोर्ट में शानदार ग्रोथ देखने को मिला. वर्ष 2015-16 में जहां यह -15.5 फीसदी निगेटिव ग्रोथ था वहीं वर्ष 2017-18 में इसे 12.1 फीसदी रहने का अनुमान है. इंडस्ट्रियल ग्रोथ में पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की तुलना में 1.4 फीसदी कम रहने का अनुमान है. वर्ष 2016-17 में यह 4.6 फीसदी था वहीं इसे इस वित्त वर्ष 2017-18 में 3.2 फीसदी रहने का अनुमान है.
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