Higher Exports
- सब
- ख़बरें
-
US टैरिफ से भारत के कई सेक्टर्स पर असर! कृषि, मशीनरी, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात को झटका?
- Wednesday April 2, 2025
- Reported by: भाषा, Edited by: अनिशा कुमारी
US Tariffs Impact on India: अमेरिका के संभावित रेसिप्रोकल टैरिफ से भारत के कृषि, औषधि, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और ज्वेलरी सेक्टर पर बड़ा असर पड़ सकता है. निर्यातकों को अब अमेरिकी बाजार के हिसाब से नई रणनीति अपनानी होगी, नहीं तो भारतीय उत्पादों की कीमतें बढ़ने से उनकी मांग घट सकती है.
-
ndtv.in
-
ऊंचे निर्यात की वजह से एक मई तक गेहूं खरीद 44 प्रतिशत घटकर 162 लाख टन पर
- Tuesday May 3, 2022
- Reported by: भाषा
अधिक निर्यात तथा पंजाब और हरियाणा की मंडियों में कम आवक के कारण मौजूदा रबी विपणन वर्ष में एक मई तक केंद्र की गेहूं खरीद 44 प्रतिशत घटकर 162 लाख टन रह गई. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी है. ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी विपणन सत्र (आरएमएस) 2022-23 में एक मई तक सरकारी एजेंसियों द्वारा लगभग 162 लाख टन गेहूं खरीदा गया है. एक साल पहले की समान अवधि में यह खरीद 288 लाख टन की हुई थी.
-
ndtv.in
-
सरकार ने खड़े किए हाथ, तेल पर और राहत देना उनके बस में नहीं...
- Tuesday October 16, 2018
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र
पेट्रोल और डीज़ल के दामों में पिछले दिनों मिली राहत अब पुरानी पड़ चुकी है. सरकार ने साफ कर दिया है कि दामों पर नियंत्रण उसके हाथ में नहीं है. 4 अक्टूबर को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल-डीज़ल के दाम में ढाई रुपये कटौती का एलान किया था, लेकिन दिल्ली में पिछले 12 दिनों में प्रति लीटर 2.50 रुपये की ये राहत न सिर्फ खत्म हो चुकी है, बल्कि डीज़ल और महंगा हो गया है. अब सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं और संकेत दिए हैं कि और राहत देना उनके बस में नहीं है.
-
ndtv.in
-
देश में तेल आपूर्ति की कोई दिक्कत नहीं, केंद्रीय मंत्री ने बताई दाम बढ़ने की असली वजह
- Tuesday October 16, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के लागू होने से पहले भारत ने कहा कि कच्चा तेल बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए कच्चे तेल की उपलब्धता कोई वजह नहीं है, बल्कि एक बड़े तेल आपूर्तिकर्ता के बाजार से हटने की आशंका से प्रभावित धारणा के कारण दाम चढ़ रहे हैं. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'इंडिया एनर्जी फोरम' से इतर कहा कि ईरान से आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में उसकी भरपाई के विकल्प मौजूद है. उन्होंने कहा कि एक बड़े आपूर्तिकर्ता के बाजार से अनुपस्थित होने की आशंका में बाजार घबराया हुआ है और इसी कारण कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं.
-
ndtv.in
-
US टैरिफ से भारत के कई सेक्टर्स पर असर! कृषि, मशीनरी, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात को झटका?
- Wednesday April 2, 2025
- Reported by: भाषा, Edited by: अनिशा कुमारी
US Tariffs Impact on India: अमेरिका के संभावित रेसिप्रोकल टैरिफ से भारत के कृषि, औषधि, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और ज्वेलरी सेक्टर पर बड़ा असर पड़ सकता है. निर्यातकों को अब अमेरिकी बाजार के हिसाब से नई रणनीति अपनानी होगी, नहीं तो भारतीय उत्पादों की कीमतें बढ़ने से उनकी मांग घट सकती है.
-
ndtv.in
-
ऊंचे निर्यात की वजह से एक मई तक गेहूं खरीद 44 प्रतिशत घटकर 162 लाख टन पर
- Tuesday May 3, 2022
- Reported by: भाषा
अधिक निर्यात तथा पंजाब और हरियाणा की मंडियों में कम आवक के कारण मौजूदा रबी विपणन वर्ष में एक मई तक केंद्र की गेहूं खरीद 44 प्रतिशत घटकर 162 लाख टन रह गई. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी है. ताजा सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी विपणन सत्र (आरएमएस) 2022-23 में एक मई तक सरकारी एजेंसियों द्वारा लगभग 162 लाख टन गेहूं खरीदा गया है. एक साल पहले की समान अवधि में यह खरीद 288 लाख टन की हुई थी.
-
ndtv.in
-
सरकार ने खड़े किए हाथ, तेल पर और राहत देना उनके बस में नहीं...
- Tuesday October 16, 2018
- Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र
पेट्रोल और डीज़ल के दामों में पिछले दिनों मिली राहत अब पुरानी पड़ चुकी है. सरकार ने साफ कर दिया है कि दामों पर नियंत्रण उसके हाथ में नहीं है. 4 अक्टूबर को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल-डीज़ल के दाम में ढाई रुपये कटौती का एलान किया था, लेकिन दिल्ली में पिछले 12 दिनों में प्रति लीटर 2.50 रुपये की ये राहत न सिर्फ खत्म हो चुकी है, बल्कि डीज़ल और महंगा हो गया है. अब सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं और संकेत दिए हैं कि और राहत देना उनके बस में नहीं है.
-
ndtv.in
-
देश में तेल आपूर्ति की कोई दिक्कत नहीं, केंद्रीय मंत्री ने बताई दाम बढ़ने की असली वजह
- Tuesday October 16, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के लागू होने से पहले भारत ने कहा कि कच्चा तेल बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए कच्चे तेल की उपलब्धता कोई वजह नहीं है, बल्कि एक बड़े तेल आपूर्तिकर्ता के बाजार से हटने की आशंका से प्रभावित धारणा के कारण दाम चढ़ रहे हैं. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 'इंडिया एनर्जी फोरम' से इतर कहा कि ईरान से आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में उसकी भरपाई के विकल्प मौजूद है. उन्होंने कहा कि एक बड़े आपूर्तिकर्ता के बाजार से अनुपस्थित होने की आशंका में बाजार घबराया हुआ है और इसी कारण कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं.
-
ndtv.in