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Fastest Transport

'Fastest Transport' - 2 News Result(s)
  • 2 घंटे में दुनिया में कहीं भी पहुंच जाएगा चीन का 'पुष्पक' विमान, प्लान जानिए

    2 घंटे में दुनिया में कहीं भी पहुंच जाएगा चीन का 'पुष्पक' विमान, प्लान जानिए

    चीन अकेला ऐसा देश नहीं है, जो हाइपरसोनिक विमान बनाने पर काम कर रहे हैं. कुछ देश सुपरसोनिक विमान तैयार करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं. एक जेट को सुपरसोनिक गति से यात्रा करने के लिए ध्वनि की गति से ऊपर उड़ना पड़ता है, जो कि मैक 1 है.

  • दिल्ली से मुंबई पहुंच जाएंगे सिर्फ 70 मिनट में, 1080 KMPH की रफ्तार होगी

    दिल्ली से मुंबई पहुंच जाएंगे सिर्फ 70 मिनट में, 1080 KMPH की रफ्तार होगी

    दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी केवल 70 मिनट में पूरी की जाएगी तथा चेन्नई और मुंबई की दूरी 60 मिनट में पूरी की जा सकती है. क्या यह संभव है, फिलहाल तो कोरी बयानबाजी लगती है. लेकिन, यह कोई अफवाह नहीं हकीकत बनने जा रही है. दुनिया में इस संबंध में प्रयोग आरंभ हो गए हैं और इसका पहला व्यावसायिक प्रयोग 2020 में होगा. इस काम के लिए हाईपरलूप तकनीक का प्रयोग किया जाएगा. अमेरिका के लॉस एंजिलस की कंपनी हाईपरलूप वन के सीईओ भारत दौरे पर हैं. टेस्ला मोटर्स इलोन मस्क के कंपनी के सीईओ और सह-संस्थापक को 2013 में यह विचार आया था. कंपनी का कहना है कि यह तकनीक वर्तमान हवाई यात्रा किराया से कम में उपलब्ध होगी.

'Fastest Transport' - 2 News Result(s)
  • 2 घंटे में दुनिया में कहीं भी पहुंच जाएगा चीन का 'पुष्पक' विमान, प्लान जानिए

    2 घंटे में दुनिया में कहीं भी पहुंच जाएगा चीन का 'पुष्पक' विमान, प्लान जानिए

    चीन अकेला ऐसा देश नहीं है, जो हाइपरसोनिक विमान बनाने पर काम कर रहे हैं. कुछ देश सुपरसोनिक विमान तैयार करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं. एक जेट को सुपरसोनिक गति से यात्रा करने के लिए ध्वनि की गति से ऊपर उड़ना पड़ता है, जो कि मैक 1 है.

  • दिल्ली से मुंबई पहुंच जाएंगे सिर्फ 70 मिनट में, 1080 KMPH की रफ्तार होगी

    दिल्ली से मुंबई पहुंच जाएंगे सिर्फ 70 मिनट में, 1080 KMPH की रफ्तार होगी

    दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी केवल 70 मिनट में पूरी की जाएगी तथा चेन्नई और मुंबई की दूरी 60 मिनट में पूरी की जा सकती है. क्या यह संभव है, फिलहाल तो कोरी बयानबाजी लगती है. लेकिन, यह कोई अफवाह नहीं हकीकत बनने जा रही है. दुनिया में इस संबंध में प्रयोग आरंभ हो गए हैं और इसका पहला व्यावसायिक प्रयोग 2020 में होगा. इस काम के लिए हाईपरलूप तकनीक का प्रयोग किया जाएगा. अमेरिका के लॉस एंजिलस की कंपनी हाईपरलूप वन के सीईओ भारत दौरे पर हैं. टेस्ला मोटर्स इलोन मस्क के कंपनी के सीईओ और सह-संस्थापक को 2013 में यह विचार आया था. कंपनी का कहना है कि यह तकनीक वर्तमान हवाई यात्रा किराया से कम में उपलब्ध होगी.