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पी चिदंबरम के 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार, कही ये बात
- Friday January 24, 2020
- Edited by: सचिन झा शेखर
बीजेपी नेता केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पी चिदंबरम के द्वारा लोकतंत्र सूचकांक में भारत के 10 स्थान लुढ़कने पर, सत्ता में बैठे लोगों को असली टुकडे़-टुकड़े गैंग बताने के बयान को लेकर हमला बोला है.
- ndtv.in
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लोकतंत्र के पैमाने पर भारत का रैंक क्यों गिरा
- Wednesday January 22, 2020
- रवीश कुमार
असम में एनआरसी लागू होने के कारण लोगों को काफी तकलीफों से गुज़रना पड़ा है. इन प्रदर्शनों के बैनरों पोस्टरों पर फासीवाद लिखा है. न्यूजीलैंड के लोग फासीवाद के खिलाफ है. भारत सबका है. जामिया, जेएनयू और एएमयू के छात्रों के साथ सहानुभूति दिखाई गई है. यूनिवर्सिटी पर हमले को रोकने की बात है. दो घंटे तक चले इस मार्च में जो बैनर पोस्टर हैं वो भारत की अच्छी तस्वीर तो पेश नहीं कर रहे हैं. लेकिन एक बार सोचना तो चाहिए कि इस कानून ने लोगों को कितना भयभीत किया है जगह जगह लोग सड़कों पर उतर रहे हैं.
- ndtv.in
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लोकतंत्र सूचकांक में 10 पायदान गिरकर भारत पहुंचा 51वें स्थान पर, 'नागरिक स्वतंत्रता में कमी' मुख्य वजह
- Wednesday January 22, 2020
- Edited by: प्रवीण प्रसाद सिंह
द इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट (ईआईयू) द्वारा 2019 के लिये लोकतंत्र सूचकांक की वैश्विक सूची में भारत 10 स्थान लुढ़क कर 51वें स्थान पर आ गया है. संस्था ने इस गिरावट की मुख्य वजह देश में 'नागरिक स्वतंत्रता में कमी' बताई है.
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पी चिदंबरम के 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार, कही ये बात
- Friday January 24, 2020
- Edited by: सचिन झा शेखर
बीजेपी नेता केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पी चिदंबरम के द्वारा लोकतंत्र सूचकांक में भारत के 10 स्थान लुढ़कने पर, सत्ता में बैठे लोगों को असली टुकडे़-टुकड़े गैंग बताने के बयान को लेकर हमला बोला है.
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लोकतंत्र के पैमाने पर भारत का रैंक क्यों गिरा
- Wednesday January 22, 2020
- रवीश कुमार
असम में एनआरसी लागू होने के कारण लोगों को काफी तकलीफों से गुज़रना पड़ा है. इन प्रदर्शनों के बैनरों पोस्टरों पर फासीवाद लिखा है. न्यूजीलैंड के लोग फासीवाद के खिलाफ है. भारत सबका है. जामिया, जेएनयू और एएमयू के छात्रों के साथ सहानुभूति दिखाई गई है. यूनिवर्सिटी पर हमले को रोकने की बात है. दो घंटे तक चले इस मार्च में जो बैनर पोस्टर हैं वो भारत की अच्छी तस्वीर तो पेश नहीं कर रहे हैं. लेकिन एक बार सोचना तो चाहिए कि इस कानून ने लोगों को कितना भयभीत किया है जगह जगह लोग सड़कों पर उतर रहे हैं.
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लोकतंत्र सूचकांक में 10 पायदान गिरकर भारत पहुंचा 51वें स्थान पर, 'नागरिक स्वतंत्रता में कमी' मुख्य वजह
- Wednesday January 22, 2020
- Edited by: प्रवीण प्रसाद सिंह
द इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट (ईआईयू) द्वारा 2019 के लिये लोकतंत्र सूचकांक की वैश्विक सूची में भारत 10 स्थान लुढ़क कर 51वें स्थान पर आ गया है. संस्था ने इस गिरावट की मुख्य वजह देश में 'नागरिक स्वतंत्रता में कमी' बताई है.
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