Blogs | सुधीर जैन |शुक्रवार अगस्त 31, 2018 12:18 PM IST नागरिक या पाठक के तौर पर हमारी मजबूरी भी देखिए - साहित्यकार ही मानव की जटिलताओं को सरल और रोचक बनाकर सुरुचिपूर्ण तरीके से व्यक्त करने में सक्षम होते हैं, और जब वे ही मुश्किल में फंस गए, तो अच्छे साहित्य से हमारा वंचित हो जाना तो तय है ही।