India | Reported by: भाषा |बुधवार मई 1, 2024 11:59 PM IST अधिकारी ने बताया कि प्रणाली को सुबह करीब आठ बजकर 30 मिनट पर भूमि सचल प्रक्षेपक से प्रक्षेपित किया गया. रक्षा अधिकारी ने बताया कि इस परीक्षण में सममिति पृथक्करण, निकासी, वेग नियंत्रण जैसे कई अत्याधुनिक मानकों को भी परखा गया तथा नतीजे उत्साहवर्द्धक रहे.