India | Reported by: भाषा |शुक्रवार जनवरी 26, 2024 11:54 PM IST मनोज ने कुटुम्ब अदालत के आदेश को उच्च न्यायालय में चुनौती देते हुए दावा किया कि उसके पिता की आय के कई स्रोत हैं. देवकी साव अपने बड़े बेटे के साथ रहते हैं. उन्होंने अपने खेतों को दोनों बेटों में समान रूप से बांट दिया था. न्यायमूर्ति चंद ने कहा कि एक बेटे का कर्तव्य होता है कि अपने माता-पिता की देखभाल करे.