सुभाष घई ने फिल्म इंडस्ट्री में कुछ सदाबहार फिल्में दी हैं. सुभाष घई अपने बेहतरीन निर्देशन के लिए तो जाने ही जाते हैं. साथ ही उन्हें अपनी ही कुछ फिल्मों में गेस्ट अपीयरेंस देते हुए भी देखा जाता है. बहुत लोगों को पता नहीं होगा कि एक समय में दिलीप कुमार और राजकुमार एक दूसरे के दुश्मन हुआ करते थे. दोनों के बीच कोल्ड वॉर चलता था, लेकिन सुभाष घई की वजह से दोनों के बीच की दुश्मनी खत्म हो गई थी. इस वाकये के बारे में खुद सुभाष घई ने बताया.
ANI से इंटरव्यू में सुभाष घई ने खुलासा किया कि कैसे दोनों 60 साल की उम्र होने के बाद भी एक-दूसरे को बर्दाश्त नहीं कर पाते थे और एक दूसरे को लीड रोल करते हुए नहीं देख सकते थे. ऐसे में सुभाष घई को दोनों को सौदागर फिल्म में एक साथ लाना किसी चैलेंज से कम नहीं था. सुभाष घई ने कहा कि फिल्म के लिए एक्टर्स फाइनल करने से पहले वे दोनों के पास गए थे और उन्होंने आश्वत किया कि फिल्म में किसी का भी रोल कम या ज्यादा नहीं होगा. उन्होंने कहा था, "मुझे पता है कि आप लोग एक-दूसरे को पसंद नहीं करते और बहुत लोगों ने मुझे मना किया मैं फिर भी आपके पास आया हूं".
सुभाष घई की ये ईमानदारी दोनों को पसंद आई और वे फिल्म में काम करने को राजी हो गए. सुभाष घई ने दोनों को सेट पर चुन्नू-मुन्नू निकनेम दे दिया था. खुद सुभाष घई के साथ सेट पर मौजूद बाकी लोग भी उन्हें इसी नाम से बुलाते थे. सुभाष घई ने कहा कि सेट पर आपको एक्टर्स की मां होना पड़ता है. आप बॉसी होकर उनसे काम नहीं करवा सकते. सेट पर लोग कहते थे, 'चुन्नू साहब आ गए...मुन्नू साहब आने वाले हैं'. बाद में जब उन्हें पता चला की हमने उनका नाम चुन्नू मुन्नू रखा है तो आख़िरकार वे दोस्त बन ही गए.
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