Tokyo Paralympics : टोक्यो पैरालंपिक्स में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है. टोक्यो पैरालंपिक में भारत के प्रमोद भगत पुरुषों की एकल बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गए हैं. इसके साथ ही प्रमोद ने भारत के लिए कम से कम एक मेडल और पक्का कर लिया है. उनके मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. 33 वर्षीय प्रमोद ने सेमीफाइनल में शानदार खेल दिखाया. उन्होंने जापान के खिलाड़ी दाइसुके फुजिहारा को 21-11 और 21-16 से एकतरफा मुकाबले में शिकस्त दी.
मुकाबला करीब 36 मिनट तक चला. इस दौरान प्रमोद ने जापानी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया. प्रमोद फिलहाल विश्व के नंबर एक खिलाड़ी हैं और एशियाई चैंपियन हैं.
पैरालंपिक्स में बैडमिंटन प्रतियोगिता इसी साल से शुरू हुई है. वो पहले भारतीय हैं, जो इस प्रतियोगिता के फाइनल में प्रतिद्वंद्वी से भिड़ेंगे. अवनि लेखरा (Avani lekhra) समेत कई खिलाड़ी पहले ही मेडल जीत कर देश का नाम रोशन कर चुके हैं.
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पैरालंपिक्स बैडमिंडन प्रतियोगिता में मानक के अनुसार, आधा ही कोर्ट का इस्तेमाल होता है. लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने लंबी रैली का दमखम दिखाया औऱ प्रमोद भगत भारी पड़े. हालांकि पहले गेम में प्रमोद भगत 2-4 से पीछे चल रहे थे, लेकिन उन्होंने जल्द ही शिकंजा कस लिया और 8-8 से बराबरी के बाद 11-8 के अंतराल से यह सेट जीत लिया. ब्रेक के बाद भी प्रमोद भगत नहीं रुके और लगातार अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी होते चले गए.
उन्होंने 6 लगातार प्वाइंट अर्जित करने के बाद आसानी से सेट अपने नाम किया. प्रमोद भगत आज ही पलक कोहली के साथ मिक्स्ड डबल प्रतियोगिता में भी प्रदर्शन करते नजर आएंगे.
प्रमोद भगत को 5 साल की उम्र में ही बाएं पैर में पोलियो हो गया था. वो अब तक 45 अंतरराष्ट्रीय मेडल जीत चुके हैं. इनमें चार बार वर्ल्ड चैंपियनशिप गोल्ड मेडल शामिल है. पिछले आठ साल में प्रमोद ने दो गोल्ड और एक ब्रांज पुरुष सिंगल में जबकि मेंस डबल्स में दो गोल्ड और एक सिल्वर जीता है.
इससे पहले शूटिंग में अवनि लेखरा ने एक गोल्ड और एक ब्रांज मेडल अपने नाम किया है. गुजरात की भाविना पटेल ने भी सिल्वर मेडल जीता है. जबकि कई अन्य खिलाड़ी भी शानदार प्रदर्शन कर पदक जीत चुके हैं.