
Batti Gul Meter Chalu Movie Review: श्रद्धा कपूर और शाहिद कपूर
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
बत्ती गुल मीटर चालू हुई रिलीज
शाहिद-श्रद्धा हैं लीड रोल में
फिल्म की कहानी कमजोर
Sacred Games 2 Teaser: 'सेक्रेड गेम्स' के गणेश गायतोंडे का ऐलान, इस बार तो भगवान खुद को भी नहीं बचा सकता
फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू का विषय बेहद ख़ास है जिसमें कहा जा रहा है कि बिजली सप्लाई करने वाली कंपनियां कई बार बहुत गलत बिल भेजती हैं और उपभोक्ताओं को बहुत ज़्यादा पैसे भरने पड़ते हैं. बिजली कंपनियों के ऐसे घोटालों से आम जनता परेशान है. छोटे शहरों में अक्सर बिजली गुल ही रहती है. फिल्म में उत्तराखंड की वादियों को सुंदरता से दर्शाया गया है. बत्ती गुल मीटर चालू का दूसरा भाग खास तौर से थोड़ा अच्छा है जिस भाग में फिल्म असल मुद्दे पर रोशनी डालती है.
देखें ट्रेलर-
Bigg Boss 12: अनूप जलोटा संग रिलेशनशिप पर बोले जसलीन मथारू के पिता, 'मुझे यह रिश्ता कबूल नहीं'
फिल्म बत्ती गुल मीटर चालू का विषय तो अच्छा है मगर इसके लेखक और निर्देशक श्रीनारायण सिंह इसे परदे ठीक से नहीं उतार पाए. इसकी कहानी और पटकथा कमज़ोर है. फिल्म का पहला भाग काफी लम्बा भी है और ख़ास तौर से शाहिद कपूर की एक्टिंग लाऊड लगती है. अपने पहले भाग में फिल्म पूरी तरह से अपने मुद्दे पर भी नहीं पहुंच पाती. फिल्म की लम्बाई बहुत ज़्यादा है. ऐसा लगता है कि जबरदस्ती फिल्म को खींचने की कोशिश की जा रही है. दूसरे भाग में फिल्म अपना मुद्दा बताने की कोशिश करती है मगर अदालत के अंदर का ड्रामा दिल को नहीं छू पाता.
सनी देओल की फिल्म Mohalla Assi का आया फर्स्ट लुक, इस दिन रिलीज होने जा रही है फिल्म
मेरे हिसाब से एक अच्छे विषय पर कमजोर फिल्म बनी है 'बत्ती गुल मीटर चालू' जिसमे आप को बिजली से जुड़े कुछ संदेश तो मिलेंगे मगर उसके अलावा शायद कुछ और न मिले. इस फिल्म के लिए मेरी रेटिंग 2 स्टार है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं