अब नहीं दिखेगा बॉलीवुड का ‘दयावान' विनोद खन्ना
पिछले कुछ समय से मुंबई के अस्पताल में भर्ती दिग्गज एक्टर विनोद खन्ना का निधन हो गया है. वह पिछले कुछ समय से कैंसर से जूझ रहे थे. विनोद खन्ना का 70 साल की उम्र में निधन हुआ है.
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विनाद खन्ना ने 1968 में एक खलनायक के रूप में सुनील दत्त की फिल्म ‘मन का मीत' से अपने करियर की शुरुआत की थी. ‘पूरब और पश्चिम' और ‘मेरे अपने' जैसी फिल्मों में काम करने के बाद विनोद खन्ना ने अपनी कॉलेज की दोस्त गीतांजलि से शादी की थी. विनोद खन्ना और गीतांजलि के दो बेटे राहुल और अक्षय खन्ना हैं. बॉलीवुड में अपने करियर के अच्छे दौर के बाद विनोद खन्ना ओशो (आचार्य रजनीश) के शिष्य बन गए.
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विनाद खन्ना 1968 में एक खलनायक के रूप में सुनील दत्त की फिल्म ‘मन का मीत' से अपने करियर की शुरुआत की थी. ‘पूरब और पश्चिम (1970)', ‘सच्चा झूठा' (1970) और ‘मेरा गांव मेरा देश (1971)' जैसी फिल्मों समेत विनोद खन्ना ने कई नकारात्मक रोल किए. लेकिन इसके बावजूद वह अभी भी एक असली ब्रेक का इंतजार कर रहे थे.
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1997 में, विनोद खन्ना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए और अगले लोकसभा चुनाव में पंजाब के गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए. बाद में, वह जुलाई 2002 में संस्कृति और पर्यटन मंत्री रहे. छह महीने बाद, वह राज्य मंत्री के रूप में विदेश मंत्रालय के अधिक महत्वपूर्ण मंत्रालय (विदेश मंत्रालय) में चले गए. 2004 में वह गुरदासपुर से फिर से निर्वाचित हुए.