मान्यता के अनुसार इस दिन को ‘हरतालिका' इसलिए कहते हैं कि पार्वती की सहेली उनका हरण कर घनघोर जंगल में ले गई थी. ‘हरत' अर्थात हरण करना और ‘आलिका' अर्थात सहेली. (फोटो क्रेडिट : पिक्सल)
महिलाएं मानती हैं कि इस दिन व्रत रखने से उनका सौभाग्य बना रहेगा. यह पर्व देवी पार्वती और उनकी सखी के बीच प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है.(फोटो क्रेडिट : पिक्सल)