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भारत के पांच बल्लेबाज 0 पर लौटे, 1888 के बाद पहली बार हुआ ऐसा, नाम हुए ये शर्मनाक रिकॉर्ड

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के पहले मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया. कप्तान का यह फैसला गलत साबित हुआ और टीम इंडिया सिर्फ 46 रनों पर ढेर हो गई.

  • भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के पहले मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया. कप्तान का यह फैसला गलत साबित हुआ और टीम इंडिया सिर्फ 46 रनों पर ढेर हो गई. बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में पहले टेस्ट का खेल बारिश के कारण रद्द हुआ था. (फोटो: आईएएनएस)
  • भारत के यह 46 रन, घरेलू सरजमीं पर उसका सबसे कम स्कोर है. इससे पहले भारत का घरेलू धरती पर सबसे कम स्कोर 75 था, जो टीम इंडिया ने 1987 में दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाया था. यह भारत का टेस्ट इतिहास का तीसरा सबसे लोएस्ट टोटल भी है. भारतीय टीम इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए एडिलेड में 36 और इंग्लैंड के खिलाफ 1974 में लॉर्ड्स में 42 पर ऑल-आउट हुई थी. (फोटो: पीटीआई)
  • भारत का 46 रन पर ऑल आउट होना एशिया में टेस्ट क्रिकेट में किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर है. इससे पहले एशिया में हुए टेस्ट में किसी पारी का सबसे कम स्कोर वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के नाम था. वेस्टइंडीज 1986 में 53 के स्कोर पर फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ आउट हुई थी. जबकि पाकिस्तान 2002 में शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑलआउट हुई थी. (फोटो: पीटीआई)
  • भारतीय कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था. ऐसे में यह टेस्ट में किसी भी टीम द्वारा पहले बल्लेबाजी का फैसला लेने के बाद बनाया गया चौथा सबसे कम स्कोर है. (फोटो: पीटीआई)
  • यह टेस्ट इतिहास में किसी भी टीम का न्यूजीलैंड के खिलाफ सबसे कम स्कोर है. इससे पहले यह रिकॉर्ड जिम्बाब्वे के नाम था, जो 2012 में नेपियर में 51 पर ऑल-आउट हुई थी. (फोटो: पीटीआई)
  • इस मैच में भारत के शीर्ष 8 बल्लेबाजों में से पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए थे. यह टेस्ट इतिहास में दूसरी बार ऐसा हुआ है जब किसी टेस्ट में टॉप-8 में से पांच बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए. इससे पहले साल 1888 में ऑस्ट्रेलिया के 8 बल्लेबाजों में से पांच इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में आउट हुए थे. (फोटो: पीटीआई)
  • भारत ने 15 रनों के अंदर अपने आखिरी सात विकेट गंवाए थे. भारत एक समय 31 पर तीन थी और वो 46 पर ऑल-आउट हुई. टेस्ट में इससे पहले सिर्फ एक बार टीम इंडिया इतने कम रन जोड़ पाई है, आखिरी के सात विकेट खोकर. भारत ने 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी सात विकेट सिर्फ 11 रन पर गंवाए थे. (फोटो: पीटीआई)
  • मैट हेनरी ने 15 रन देकर 5 विकेट झटके. भारत के खिलाफ उनका पहला फाइव विकेट हॉल है और टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड के किसी गेंदबाज द्वारा सबसे किफायती पांच विकेट हैं. यह भारत में न्यूजीलैंड के किसी तेज गेंदबाज का चौथा सबसे अच्छा आंकड़ा है. बेंगलुरु 2012 में टिम साउदी के 64 रन पर 7 विकेट इस सूची में शीर्ष पर हैं, इसके बाद डोइन नैश के 1999 के मोहाली में 6/27 और 1988 के वानखेड़े में रिचर्ड हैडली के 6/49 का स्कोर है. (फोटो: पीटीआई)
  • भारत की पारी के सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों के नाम रहे. 2010 के बाद यह केवल दूसरा मौका है जब मेहमान तेज गेंदबाजों ने भारत के खिलाफ ऐसा किया है. साल 2010 के बाद ऐसा सिर्फ एक बार और हुआ था, जब न्यूजीलैंड ने 2012 में इसी स्थान पर ऐसा किया था.
  • 1990 के बाद से तीसरी बार भारत ने घरेलू मैदान पर 10 रन या उससे कम पर तीन से अधिक विकेट गंवाए और संयोगवश ये सभी न्यूजीलैंड के खिलाफ आए हैं. भारत का मोहाली में 1999 में स्कोर 7/3 था और अहमदाबाद में 2010 में 2/3 स्कोर था.
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