
Anxiety Management: घबराहट होना, एकदम से पसीना आना शुरू हो जाना, किसी बात के बारे में लगातार सोचना, सिर गर्म हो जाना या फिर धड़कन का बहुत तेज बढ़ जाना एंजाइटी के लक्षण (Anxiety Symptoms) होते हैं. बहुत से लोग एंजाइटी की समस्या से गुजर रहे होते हैं. एंजाइटी किसी बुरी बात को याद करके भी हो सकती है या फिर अगर व्यक्ति के सामने कोई ऐसी सिचुएशन आ जाए जिसे वह हैंडल नहीं करना चाहता तो उस बारे में सोच-सोचकर या कहें ओवरथिंक करने पर भी एंजाइटी हो जाती है. एंजाइटी (Anxiety) से परेशान लोग जानते हैं कि योगा, एक्सरसाइज या मेडिटेशन वगैरह करने से एंजाइटी कम होती है, लेकिन हर किसी जगह ना व्यक्ति के पास इतना समय होता है और ना ही एनर्जी कि वह उठकर योगा करना शुरू कर दे या एक्सरसाइज करे. ऐसे में योगा एक्सपर्ट की बताई छोटी सी ट्रिक आपके बेहद काम आ सकती है. इस ट्रिक को आजमाने पर एंजाइटी, घबराहट या फिर मन की अशांति कुछ ही मिनटों में दूर होगी और सुकून महसूस होगा. यहां जानिए कौनसी है यह ट्रिक.
एंजाइटी को कैसे करें मैनेज । How To Manage Anxiety
एंजाइटी को कम करने के लिए इंस्टाग्राम पर योग गुरू दीपक शर्मा ने एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें वे एंजाइटी कम करने का तरीका बता रहे हैं. योगा एक्सपर्ट ने बताया कि जब एंजाइटी होती है तो बैठे-बैठे कान के पिछले हिस्से की मसाज करने पर एंजाइटी कम हो सकती है. आपको जब भी एंजाइटी हो तो अपने कान के पीछे उंगली से मसाज करनी है. एक उंगली को कान के पिछले हिस्से पर रखें और फिर उंगली को गर्दन पर नीचे की तरफ लेकर जाएं. इस तरह 16 बार दाएं कान पर और 16 बार बाएं कान पर मालिश (Massage) करें. आपको इसके 3 सेट करने हैं.
ये उपाय भी आ सकते हैं काम
- एंजाइटी को कम करने के लिए शांत बैठें और अपने चारों तरफ ध्यान से देखें. आपको 5 चीजें देखनी हैं जैसे हाथ, आसमान, कोई पौधा या कुछ और चीज. इसके बाद 4 ऐसी चीजों के बारे में सोचें जिन्हें आप छू सकते हैं, 3 चीजों को सुनने की कोशिश करें या उनके बारे में सोचें, 2 चीजों के बारे में सोचें जिन्हें आप सूंघ सकते हैं और आखिर में एक ऐसी चीज के बारे में सोचें जिसका आप स्वाद ले सकते हैं. इस एक्सरसाइज से आपका फोकस शिफ्ट होगा और एंजाइटी कब छूमंतर हो जाएगी पता ही नहीं चलेगा.
- अपनी पसंद का कोई गाना सुनना भी एक अच्छी एक्सरसाइज साबित होता है. सूदिंग सोंग्स सुनकर मन को भी शांति महसूस होती है.
- शांत बैठकर गहरी सांस लेने की कोशिश करें. हो सके तो कुछ देर के लिए आंखों को बंद कर लें, जो काम कर रहे हैं उसे छोड़ दें और अपनी ब्रीदिंग (Breathing) पर फोकस करें.
- एंजाइटी होने पर किसी दोस्त से बात करने पर अच्छा महसूस हो सकता है. अगर किसी से बात नहीं कर रहे हैं तो इस बारे में अपने फोन पर नोट्स लिख सकते हैं.
- अपनी इमेजिनेशन का इस्तेमाल करें. अच्छी-अच्छी चीजों के बारे में सोचें, अपने दोस्तों के साथ या परिवार के साथ बिताए जाने वाले समय को याद करें. अपनी पसंद के खाने की चीजें भी याद की जा सकती हैं या फिर कुछ अच्छा खा सकते हैं.