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World Population Day 2024: क्यों मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस, जानिए कौनसे देशों में रहते हैं सबसे कम लोग

विश्व जनसंख्या दिवस पर जानिए दुनिया के सबसे कम जनसंख्या वाले देश कौनसे हैं. इन देशों का ग्रोथ रेट भी बेहद कम है और इनमें से एक देश की आबाद 1000 के पार भी नहीं है.

World Population Day 2024: क्यों मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस, जानिए कौनसे देशों में रहते हैं सबसे कम लोग
11 जुलाई के दिन हर साल विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. 

World Population Day 2024: विश्व जनसंख्या दिवस या अंतरराष्ट्रीय जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई के दिन मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद लोगों को फैमिली प्लानिंग, लैंगिक समानता और प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर अवगत कराना है. साल 1989 में यूनाइटेड नेशंस (United Nations) के द्वारा इस दिन को मनाने की शुरूआत हुई थी. वैश्विक जनसंख्या 5 बिलियन के पार हुई थी जिस चलते इस दिन को 'डे ऑफ फाइव बिलियन' के रूप में मनाया गया था.  इस दिन को मनाते हुए यह कोशिश की जाती है कि वैश्विक जनसंख्या का आंकड़ा तेजी से ना बढ़े और मौजूदा जनसंख्या में शिक्षा, रोजगार, समानता और सशक्तिकरण को लेकर जागरूकता बढ़े. भारत और चीन विश्व के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देशों में शामिल हैं जहां 1 बिलियन से ज्यादा जनसंख्या है जोकि वैश्विक जनसंख्या का 18 प्रतिशत है. लेकिन, क्या आप उन देशों के बारे में जानते हैं जहां की जनसंख्या ना के बराबर है? यहां देखिए सबसे कम जनसंख्या वाले देशों की सूची. 

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विश्व के सबसे कम जनसंख्या वाले देश | Least Populated Countries In The World 

वेटिकन सिटी - अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेटिकन सिटी (Vatican City) सबसे कम जनसंख्या वाला देश हैं. 2023 -2024 के बीच वेटिकन सिटी की जनसंख्या केवल 764 थी. 

टोकेलौ - प्रशांत महासागर में स्थित यह द्वीप 26 स्क्वैर किलोमीटर में फैला है और यहां लगभग 1,915 लोग रहते हैं. यहां पहुंचने की कुछ खास सुविधा ना होना ही इसकी कम आबादी की एक बड़ी वजह है. 

निउए - प्रशांत महासागर में स्थित द्वीप समूह हे निउए. यहां की आबादी केवल 1,925 है. न्यूज़ीलैंड के साथ स्वतंत्र रूप से जुड़े इस स्व-शासित द्वीप देश का क्षेत्रफल मात्र 260 वर्ग किलोमीटर है. 

फॉकलैंड - फॉकलैंड द्वीप समूह की पृथक स्थिति और कठोर उप-अंटार्कटिक जलवायु इसे बड़े पैमाने पर बसने के लिए एक अनाकर्षक गंतव्य बनाती है. यही कारण है कि यहां 3,500 के करीब की आबादी है. इस द्वीप की अर्थव्यवस्था (Economy) मछली पकड़ने और पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर है. 

मॉण्टसेराट- इस कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र की अनुमानित आबादी 4,372 है, जिसका मुख्य कारण 1990 के दशक में एक विनाशकारी ज्वालामुखी विस्फोट था, जिसने द्वीप के अधिकांश हिस्से को नष्ट कर दिया और कई निवासियों को भागने के लिए मजबूर किया. देश का सीमित भूमि क्षेत्र और ज्वालामुखी गतिविधि जनसंख्या वृद्धि में बाधा बनी हुई है. 

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