Relationship advice : अक्सर रिश्तों में, हम वास्तविकता और भविष्य के विचार को फिट करने के लिए किसी व्यक्ति को नियंत्रित करने या बदलने की कोशिश करते हैं जिसे हमने अपने दिमाग में बनाया है. हालांकि, यह व्यक्ति और रिश्ते के लिए बेहद जहरीला साबित हो सकता है. एक कंट्रोलिंग नेचर का व्यक्ति अपनी इच्छाओं और जरूरत को पूरा करने के लिए दूसरे व्यक्ति को मैन्यूप्लैट करके हावी होने की कोशिश करता है. ऐसा वो लोग कर सकते हैं जो असुरक्षा की भावना से जूझते हैं. लेकिन रिश्ते में पार्टनर की कंट्रोल करने की भावना संबंधों के लिए ठीक नहीं है. इसके बारे मे थेरेपिस्ट एलिसन केलम-एगुइरे ने अपने इंस्टाग्राम पर साझा किया है.
रिश्ते में कंट्रोलिंग बिहेवियर के साइन
- अगर पार्टनर हर बार यह बताने की कोशिश करता है कि उन्हें क्या करने की इजाजत है और क्या नहीं, तो यह कंट्रोलिंग बिहेवियर है. किसी को सलाह देना अलग बात है, लेकिन किसी को कुछ काम करने के लिए मजबूर करना एक टॉक्सिक रवैया है.
- जब आपका साथी जीवन उन चीजों में रोक टोक करे जिससे उसे लेना देना नहीं होना चाहिए तो इसका मतलब वो आपको नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है. वहीं, टॉक्सिक रिलेशन में पार्टनर आपके प्रियजनों से दूर रखने की कोशिश करता है. जो कि ठीक नहीं है.
- वास्तविकता के अपने झूठे नैरेटिव से मेल खाने के लिए हमें कभी भी लोगों को बदलने के लिए कोशिश नहीं करनी चाहिए. दूसरों को हमारी तरह सोचने और व्यवहार करने के लिए कहने से उनका व्यक्तित्व समाप्त हो जाता है, वो पूरे तरीके से आप पर निर्भर हो जाते हैं जो कि रिलेशन के लिए ठीक नहीं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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