Surya namaskar : सूर्य नमस्कार सबसे ज्यादा किए जाने वाला अभ्यास है. इसकी खासियत है कि यह 12 शाक्तिशाली मुद्राओं से मिलकर बना होता है. यह आपके शारीरिक (physical health) और मानसिक विकास (Mental health) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इनके करने से जीवन में सकारात्मकता आती है. इस आसन को करने का सही समय सुबह होती है. इसको खाली पेट करने से शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं जिसके बारे में लेख में आगे बताया जा रहा है.
सूर्य नमस्कार करने के लाभ | Benefits of surya namaskar
- सूर्य नमस्कार करने से आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य तो अच्छा होता ही है साथ में आपकी पीठ और मांसपेशियों को भी मजबूत बनाने का काम करता है. क्या आपको पता है सूर्य नमस्कार के तीन आसन कौन-कौन से हैं और इनके क्या लाभ होते हैं. तो आपको बता देते हैं प्राणामासन, भुजंगासन और पर्वतासन सूर्य नमस्कार का ही हिस्सा होते हैं.
- प्रणामाआसन सूर्य नमस्कार का सबसे ज्यादा किए जाने वाला अभ्यास है. इस मुद्रा से योग तंत्रिकाएं और पाचन तंत्र मजबूत होता है. इसको नियमित रूप से करने में लाभ जल्दी मिलता है.
-इसकी दूसरी मुद्रा पर्वतासन शरीर में रक्त संचार को बेहतर करती है. इससे फेफड़े भी मजबूत होते हैं. साथ में रीढ़ की हड्डी, कंधे और घुटने के दर्द से भी राहत मिलती है. ऐसे में इसको जितनी जल्दी हो अपने दिनचर्या का हिस्सा बना लें.
- भुजंगासन भी सूर्यआसन की एक मुद्रा है. यह आसन आपको तनाव से मुक्ति दिलाने का काम करता है. साथ मे रीढ़ की हड्डियां भी मजबूत करता है. इसको नियमित करने से पेट संबंधित समस्या से भी निजात मिल जाएगा. तो जितनी जल्दी हो इन आसनों को करना शुरू कर दीजिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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