Parenting: अगर कहा जाए बच्चों में गाली देने या अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने की आदत ज्यादातर टीवी और मोबाइल में फिल्में आदि देखने से लगती है, तो गलत नहीं होगा. 'साला' जैसे शब्दों का प्रयोग छोटे-छोटे बच्चे भी बेझिजक माता-पिता और रिश्तेदारों के सामने करने लगे हैं जिसपर उन्हें समाझाने की बजाय तालियों से सराहना की जाती है. पुष्पा (Pushpa) ही नहीं बल्कि ऐसे कई फिल्मी या छोटे परदे के डायलॉग हैं जिनकी भाषा को सामान्य या अच्छी नहीं कहा जा सकता या फिर उनके पीछे का भाव सही नहीं है और मासूम बच्चे नासमझी में कुछ भी कहने लगते हैं. ये माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें सही और गलत में फर्क करना सिखाएं. इस वायरल वीडियो (Viral Video) में भी ऐसा ही छोटा सा बच्चा पुष्पा फिल्म का डायलॉग बोलते हुए नजर आ रहा है. यकीनन आपके भी बच्चे इस फिल्म की खुमारी में अबतक होंगे.
इस तरह छुड़ाएं बुरी भाषा का प्रयोग करना
- बच्चों के लिए निर्धारित करें कि उनका क्या देखना सही है और क्या नहीं. जिन फिल्मों में अभद्र भाषा (Bad Language) का प्रयोग किया गया हो उस फिल्म को माता-पिता बच्चों के साथ ना देखें.
- बच्चे बाहर कहीं से बुरे शब्द कहना सीख गए हैं तो उन्हें समझाएं कि यह गलत है और उन्हें ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए,.
- बच्चे अगर नासमझी में ऐसे गाने गा रहे हैं जिनमें अभद्र शब्दों या बच्चों की उम्र के हिसाब से गलत शब्दों का प्रयोग हुआ हो तो उन्हें उन गानों की बजाय अच्छे गाने, जो बच्चे की उम्र के हिसाब से बने हों, सुनने के लिए प्रेरित करें.
- कोशिश करें कि आप बच्चों के सामने लड़ाई-झगड़ें में अपनी भाषा पर ध्यान दें. बच्चे माता-पिता (Parents) की कही बातों को लंबे समय तक याद रखते हैं और उन्हें सही समझकर बोलने लगते हैं.
- अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अभद्र भाषा वाले गाने ना सुने तो आपको भी ऐसे गाने या डायलॉग नहीं कहते रहने चाहिए.