अभी भी है वक्‍त, छोड़ दीजिए स्‍मोकिंग, फिर से ठीक हो जाएंगे फेफड़े, स्‍टडी का दावा

स्टडी में पाया गया कि स्मोकिंग करने वालों के फेफड़े के 10 सेल्‍स में से 9 सेल्‍स में सुधार हो सकता है. इसमें वो सेल्‍स भी शामिल हैं जो कि कैंसर का कारण बन सकते थे.

अभी भी है वक्‍त, छोड़ दीजिए स्‍मोकिंग, फिर से ठीक हो जाएंगे फेफड़े, स्‍टडी का दावा

स्मोकिंग करने की आदत कभी भी छोड़ी जा सकती है.

खास बातें

  • सिगरेट छोड़ना आपकी सेहत के ल‍िए बेहद जरूरी है
  • स्मोकिंग छोड़ने के बाद कैंसर करने वाले सेल्स भी ठीक हो जाते हैं
  • कैंसर करने वाली सेल्स में सुधार की गुंजाइश रहती है
नई दिल्ली:

क्या आप उन लोगों में से हैं जो स्मोकिंग की लत को छोड़ना चाहते हैं लेकिन इस आदत को छोड़ नहीं पा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. स्मोकिंग छोड़ने के लिए लोग न जाने क्या-क्या आजमाते हैं. कई लोग लंबे वक्त तक स्मोंकिंग छोड़ने के बाद भी फिर इसके शिकार हो जाते हैं. कुछ लोग मानते हैं कि स्मोकिंग की लत छोड़ने के लिए काफी देर हो चुकी है. जबकि कुछ कहते हैं कि अब सिगरेट छोड़ने का क्या फायदा पहले ही काफी देर हो चुकी है. हालांकि एक स्टडी में ये पाया गया है कि स्मोकिंग छोड़ने के लिए कभी भी देर नहीं होती है. हाल ही में की गई एक स्टडी के मुताबिक स्मोकिंग छोड़ने से न सिर्फ फेफड़ों को हो रहा नुकसान कम होता बल्कि समय के साथ फेफड़े ठीक भी हो जाते हैं. स्टडी में पाया गया कि सिगरेट छोड़ने के बाद कैंसर प्रोन सेल्स की जगह स्वस्थ सेल्स ले लेते हैं.

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जापान टाइम्‍स के मुताबिक यूके स्थित वेलकम सेंगर इंस्टीट्यूट के पीटर कैंपबैल का कहना है, "लगातार 30 से 40 साल तक स्मोकिंग करने वाले कहते हैं कि अब स्मोकिंग छोड़कर क्या फायदा, जो नुकसान होना है वो तो हो गया है. हमारी स्टडी की खास बात यह है कि हमने पाया कि स्मोकिंग कभी भी छोड़ी जा सकती है. स्मोकिंग छोड़ने से व्यक्ति के दोबारा स्वस्थ होने की उम्मीद भी रहती है." कैंपबेल आयोजित की गई स्टडी में जॉइंट सीनियर ऑथर हैं.

उन्होंने आगे बताया कि जिन लोगों ने स्टडी में हिस्सा लिया उन्होंने जिंदगी में सिगरेट के 15 हजार से ज्यादा डिब्बे खत्म किए थे. स्मोकिंग छोड़ने के कुछ सालों बाद सेल्स में तंबाकू से कोई नुकसान नहीं देखा गया. बता दें कि इस स्टडी में 16 लोगों ने हिस्सा लिया था और हर एक व्यक्ति की लंग बायोप्सी की गई थी. जापान टाइम्स के मुताबिक स्टडी में हिस्सा लेने वाले लोगों में स्मोकर, स्मोकिंग छोड़ चुके, एडल्ट और बच्चे शामिल थे. 

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स्टडी में पाया गया कि स्मोकिंग करने वालों के फेफड़े के 10 सेल्‍स में से 9 सेल्‍स में सुधार हो सकता है. इसमें वो सेल्‍स भी शामिल हैं जो कि कैंसर का कारण बनते हैं. पर जो लोग स्मोकिंग करना छोड़ चुके थे उनके खराब सेल्‍स की जगह हेल्‍दी सेल्‍स ने ले ली थी जो कि उन लोगों के सेल्‍स की तरह थीं जिन्होंने कभी स्मोक नहीं किया था.