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पालतू जानवरों के साथ बेड शेयर करने से सेहत पर कैसा असर होता है? हर Pet Owner को पता होनी चाहिए ये जरूरी बातें

Is it okay to share bed with a dog: बहुत से लोग अपने डॉग और कैट के साथ एक ही बेड पर सोते हैं. क्या ऐसा करना सही है? आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स से-

पालतू जानवरों के साथ बेड शेयर करने से सेहत पर कैसा असर होता है? हर Pet Owner को पता होनी चाहिए ये जरूरी बातें
पालतू जानवरों के साथ बेड शेयर करना चाहिए या नहीं?

Should people sleep with their pets: आज के समय में ज्यादातर लोग घर में पालतू जानवर रखना पसंद करते हैं. इन्हें वे घर के सदस्य की तरह की रखते हैं. ये जानवर भी अपने मालिक को उतना ही प्यार करते हैं. वहीं, इसी लाड-प्यार के चलते बहुत से लोग अपने डॉग और कैट के साथ बेड तक शेयर करते हैं. यानी कई पेट ओनर अपने पालतू जानवरों के साथ एक ही बेड पर सोते हैं. हालांकि, सवाल उठता है कि क्या ऐसा करना सही है? आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब- 

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कितना सही है ऐसा करना?

मायो क्लिनिक स्लीप सेंटर द्वारा साल 2017 में की गई एक रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, पालतू जानवरों के साथ सोने से कुछ हद तक मेंटल हेल्थ में सुधार हो सकता है. जैसे ज्यादातर डॉग ओनर अपने पालतू जानवर के साथ सोने पर ज्यादा सुरक्षित, खुश और आराम महसूस करते हैं. खासकर ऐसा करने से उनका अकेलापन और तनाव कम होता है. 

रिसर्च रिपोर्ट में पाया गया है कि जानवरों की मौजूदगी ओनर की बॉडी में ऑक्सिटोसिन हार्मोन का स्तर बढ़ा सकती है, जिससे न केवल उनके खुशी का भाव बढ़ता है, बल्कि इससे उन्हें नींद भी बेहतर आती है.

क्या कहते हैं अन्य एक्सपर्ट?

मामले को लेकर NDTV संग हुई खास बातचीत के दौरान देवाश्रय एनिमल हॉस्पिटल, फरीदाबाद में वेटरनरी फिजिशियन (पशु चिकित्सक) और एनिमल सर्जरी स्पेशलिस्ट, डॉक्टर हरिओम सिंह चौधरी ने बताया, 'हर पालतू जानवर के साथ बेड शेयर करना सेहत के लिहाज से सही नहीं होता है. ऐसा करने से सबसे पहले एलर्जी का खतरा हो सकता है. जानवरों के बाल, डेंडर और उनके साथ बाहर से आने वाली मिट्टी और बैक्टीरिया आपकी स्किन या सांस की नली को प्रभावित कर सकते हैं. इसके अलावा जानवरों से जूनोटिक डिजीज (Zoonotic diseases) का खतरा भी होता है, जैसे कि स्कैबीज, रिंगवर्म, या टिक्स द्वारा फैलने वाली बीमारियां. अगर पालतू जानवर को समय पर वैक्सीनेट और डीवॉर्म न किया गया हो, तो ये रिस्क और बढ़ जाता है.'

बीमारियों से अलग अगर आपका पालतू जानवर सोते समय ज्यादा हिलता-डूलता है, साथ ही बीच-बीच में उठ जाता है, तो इससे आपकी नींद पर भी असर पड़ सकता है. लंबे समय तक खराब नींद तनाव और थकान का कारण बन सकती है, जिससे आपके इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है,

तो फिर क्या करें?

डॉक्टर हरिओम सिंह चौधरी बताते हैं, सबसे बेहतर तरीका है, आप अपने पेट को अपने बिस्तर से कुछ दूर अलग सुला सकते हैं. वहीं, अगर आप उनके साथ सोना पसंद करते हैं, तो कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है. जैसे-

  • अपने पेट को नियमित रूप से साफ-सुथरा रखें.
  • समय-समय पर टिक की जांच करते रहें.
  • साथ ही अपने और उनके लिए एक साफ और अलग बेडशीट-कंबल रखें. 

डॉक्टर हरिओम बताते हैं, पालतू जानवरों के साथ बेड शेयर करना इमोशनली रूप से अच्छा महसूस करा सकता है. इससे आपका और आपके पेट का बॉन्ड भी स्ट्रॉंग हो सकता है, लेकिन इससे जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. साफ-सफाई की आदतें अपनाना आपके और आपके पेट, दोनों के लिए बहुत जरूरी है. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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