
International Nurses Day 2025: हमारी सेहत को सुनिश्चित करने में जितना योगदान डॉक्टर का होता है उतना ही नर्सेस का भी है. नर्सिंग प्रोफेशन को सम्मान देने के लिए और नर्सेस (Nurses) के काम की सराहना करते हुए हर साल 12 मई के दिन दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है. नर्स मरीजों की देखरेख ही नहीं करतीं बल्कि डॉक्टर और मरीजों के बीच की एक मजबूत कड़ी का भी काम करती हैं. अस्पतालों में डॉक्टर मरीजों की दवाइयों और खानपान का ध्यान रखने के लिए नर्सेस को कहते हैं और वे इस काम को पूरे प्रोफेशनलिस्म के साथ करती हैं, साथ ही मरीजों की भावनाओं का भी ध्यान रखती हैं. नर्सों के इसी योगदान की सराहना करना इस दिन का मकसद है. यह भी कोशिश की जाती है कि नई पीढ़ी को भी इस प्रोफेशन के बारे में बताया जा सके और इससे जागरूक किया जा सके.
बच्चे को मच्छर काट ले तो क्या करना चाहिए? बच्चों के डॉक्टर ने दी माता-पिता को सलाह
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की थीम | International Nurses Day 2025 Theme
हर साल इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सस यानी ICN अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस की एक थीम चुनता है और इसी थीम पर नर्स दिवस मनाया जाता है. साल 2025 में नर्स दिवस की थीम है नर्स: नेतृत्व करने के लिए एक आवाज - गुणवत्ता प्रदान करना, समानता सुनिश्चित करना (Nurses: A Voice to Lead – Delivering Quality, Securing Equity). यह थीम नर्सों की भूमिका पर प्रकाश डालती है कि किस तरह वे सभी मरीजों को समानता के आधार पर ट्रीट करती हैं और उनका ख्याल रखती हैं.
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहासइस दिन को मनाने का प्रस्ताव इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस ने साल 1953 में रखा था और साल 1974 में जाकर 12 मई को औपचारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के लिए चुना गया. साल 1820 में 12 मई के ही दिन मॉडर्न नर्सिंग की जन्मदाता कही जाने वाले फ्लोरेंस नाइटिंगल का जन्म हुआ था. इस दिन को फ्लोरेंस नाइटिंगल के सम्मान में चुना गया था.
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस का महत्व- इस दिन के माध्यम से स्वास्थ्य संस्थानों में नर्सों के योगदान को सम्मान और धन्यवाद दिया जाता है.
- दुनियाभर में यह दिन नर्सों के काम की सराहना करने का दिन है.
- लोगों में इस प्रोफेशन (Nursing Profession) के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाता है.
- आने वाली पीढ़ी को इस प्रोफेशन से अवगत करवाना भी इस दिन को मनाने के मकसद में शामिल है.
- नर्सों के लिए काम की जगह को बेहतर बनाने, अच्छी ट्रेनिंग और वर्किंग कंडीशंस में सुधार करने के प्रति सरकारी व निजी संस्थानों का ध्यान आकर्षित करना भी इस दिन को मनाने की एक बड़ी वजह है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं